सामने पड़ीं थीं दो लाश, चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं; पिता को देख फेर लीं नजरें

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प्रयागराज के करेली में बुधवार दोपहर सनसनीखेज वारदात हुई। आरिफ सिद्दीकी (30) ने अपनी मां अनीसा बेगम (68) और बहन आफरीन (40) को कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। पिता कादिर (70) को भी चाकू से हमलाकर मरणासन्न कर दिया। इसके साथ ही भाई-भाभी व दो भतीजों को कमरे में बंद कर जिंदा फूंकने की कोशिश की।

तीन घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी को हिरासत में लिया जा सका। सदर तहसील में तैनात रहे कादिर सिद्दीकी सात साल पहले कानूनगो पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। करेली के गौसनगर में वह परिवार समेत रहते हैं। उनके दो बेटे व तीन बेटियों में सबसे छोटी बेटी की मौत हो चुकी है।

परिवार में दो बेटे आजम, आरिफ व उनके परिवार के अलावा पत्नी अनीसा व एक बेटी आफरीन रहती थी। बड़े बेटे आजम ने बताया कि छोटा भाई आरिफ कोई काम नहीं करता है। आए दिन संपत्ति को लेकर विवाद करता रहता था। परिवार का मामला होने के कारण वह पुलिस तक नहीं गया।

बताया कि बुधवार को बहन आफरीन के बच्चे स्कूल गए थे और वह सो रहा था। माता-पिता, पत्नी व बहन घर के काम में व्यस्त थे। दोपहर 12:30 बजे के करीब अचानक आरिफ कुल्हाड़ी व चाकू लेकर आया और उससे विवाद करने लगा। पत्नी आई तो दोनों को मारने के लिए दौड़ा। शोरगुल सुनकर माता-पिता व बहन आ गई तो वह तीनों पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करने लगा।

तीनों लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद वह दोबारा उसकी ओर दौड़ा। उसने पत्नी व दो बच्चों समेत खुद को कमरे में बंद कर लिया। इस पर उन्हें जिंदा फूंकने के लिए आरिफ ने घर में आग लगा दी। उसने फोन से सूचना दी तो पुलिस व आसपास के लोग जुट गए।

आरिफ ने पुलिस पर तेजाब की बोतलें फेंकी

पुलिसकर्मियों व स्थानीय लोगों ने घर में घुसने का प्रयास किया तो आरिफ ने तेजाब की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। इस दौरान गुरिल्ला युद्ध जैसी स्थिति बन गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड भी आ गई। आंसू गैस व मिर्ची बम का इस्तेमाल कर तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपी को शाम चार बजे के करीब हिरासत में ले सकी।

फिर जाकर भीतर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में तीनों घायलों को एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, जहां अनीसा बेगम व आफरीन को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि, कादिर को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया गया।

हत्यारोपी आरिफ पर बुधवार को खून सवार था। जायदाद के विवाद को निपटाने के लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार था। पुलिस हिरासत में उसने खुद बताया कि उसका झगड़ा अपने भाई से था। भाई व भाभी से बात कर रहा था तभी वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इसी दौरान अम्मी-अब्बू व बहन बीच में आ गए। इसके बाद जो हुआ, वह सबके सामने है।

एसआरएन अस्पताल में आरिफ को एंबुलेंस से लेकर करीब चार बजे करेली पुलिस पहुंची। उसके माथे पर बाईं ओर कटने का निशान था और पैर में चोट लगी थी। पुलिस उसे लेकर सीधे ट्रामा सेंटर में पहुंची और प्राथमिक उपचार कराया।

इस दौरान जब उससे वारदात का कारण पूछा गया तो उसने कहा कि उसका झगड़ा भाई से था। उसे एक-एक रुपये को मोहताज कर दिया गया। वह ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च चलाता था। भाई के कहने पर पिता उसकी कोई मदद नहीं करते थे। इसीलिए वह घर का बंटवारा चाहता था।

जब भी वह इस बारे में बात करता तो भाई उसे उल्टा-सीधा कहने लगता था। बुधवार को भी वह भाई से ही बात कर रहा था तभी भाई की पत्नी उससे झगड़ा करने लगी। गुस्से में उसने कुल्हाड़ी उठाई तो बीच में अम्मी-अब्बू व बहन आ गई। काेतवाली पुलिस प्राथमिक उपचार के बाद उसे वापस करेली थाने ले गई। जहां भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

सामने थी बहन की लाश, चेहरे पर शिकन नहीं
एसआरएन अस्पताल में हत्यारोपी आरिफ को ट्रामा सेंटर में रिसेप्शन काउंटर के सामने स्थित सीट पर ही उसे बैठाया गया था। पुलिसकर्मी उसे चारों ओर से घेरे हुए थे। इसी दौरान उसकी बहन निकहत जहां का शव लाया गया।

ईएमओ कक्ष के सामने ही स्ट्रेचर पर उसका शव पड़ा था। वहां मौजूद लोगों में चर्चा होने लगी कि करेली घटना में एक और मौत हो गई। यह सुनकर आरिफ ने पूछा कि स्ट्रेचर पर पड़ी महिला कौन है। पुलिसकर्मियों ने उसे बताया कि यह उसकी बहन निकहत है। वह काफी देर तक भावशून्य होकर बहन के शव की ओर देखता रहा। लेकिन चेहरे कोई शिकन न थी।

पिता को देख फेर लीं नजरें
इमरजेंसी कक्ष में ही उसके घायल पिता का इलाज चल रहा था। उनके माथे, दोनों हाथ व गर्दन में जख्म थे और खून भी बह रहा था। वह कराह रहे थे। इमरजेंसी कक्ष में ही आरिफ को को मरहम पट्टी के लिए ले जाया गया। उसकी पिता पर नजर पड़ी, अगले पल ही उसने नजरें फेर लीं।

आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व दो चाकू बरामद हुए हैं। भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
– रमित शर्मा, पुलिस आयुक्त

संपत्ति अपने नाम कराना चाहता था
भाई के मुताबिक, आरिफ माता-पिता की संपत्ति अपने नाम कराना चाहता था। इसे लेकर पिछले काफी दिनों से वह घरवालों से विवाद कर रहा था। दो दिन पहले भी उसका भाभी से झगड़ा हुआ था, जिसमें माता-पिता ने उसे फटकार भी लगाई थी।

आरोपी बोला- बंटवारा चाहता था, लेकिन किसी ने नहीं सुनी
एसआरएन अस्पताल में आरोपी ने कहा कि वह घर का बंटवारा चाहता था, लेकिन उसकी बात नहीं मानी जा रही थी। यह भी कहा कि मां-बाप व बहन से उसका कोई विवाद नहीं था, वह जबरन बीच में आ गए।
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