भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोटों को चलन से बाहर करने का लिया फैसला,वॉइस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक अश्वनी राणा ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए देश के लिए फायदेमंद बताया
गाजियाबाद: भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोटों को चलन से बाहर करने का फैसला लिया है. वॉइस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक अश्वनी राणा ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए देश के लिए फायदेमंद बताया है,
वहीं अश्वनी राणा बताते हैं कि जब से 2000 का नोट चलन में आया था तो लगातार इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे चलन के बावजूद भी बाजार में ही 2000 का नोट दिखता नहीं था. कहीं ना कहीं 2000 के नोटों का इस्तेमाल नोटों को स्टॉक करने में किया गया. कहीं ना कहीं इसका असर देश की अर्थव्यवस्था के ऊपर भी सीधे तौर पर पड़ा है इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. एक्सपर्ट का कहना है कि लोगों को किसी प्रकार की पैनिक करने की आवश्यकता नहीं है
किसी प्रकार से भयभीत होने की कोई जरूरत नहीं है सरकार ने पर्याप्त समय दिया है. यदि आपके पास जो कहे है उस केस में 2000 के नोट हैं और उन दो हजार के नोटों का आपके पास दौरा है और आपकी कमाई जायज है तो आपको बिल्कुल भी डरने की घबराने की या फिर परेशान होने की जरूरत नहीं है।