ऋषिकेश: शहर में इन दिनों आवारा सांड के आतंक से लोग खौफजदा हैं। शहर की मुख्य सड़कों और चौराहों पर घूमते आवारा मवेशियों के कारण लोग डर के साए में जीने को बाध्य हैं।शहर की सड़कों के साथ अब उग्रसैन नगर में भी आवारा सांडों ने उत्पात मचा रखा है।
शहर में साडों के आतंक का आलम यह कि वे सड़क के बीचों बीच चलना या अड़कर बैठना अपनी शान समझते हैं। दिन में दो चार बार शहर में यातायात रोकने में इनका पूरा हाथ होता है।दो साडों के बीच युद्व शुरू होने पर दोनों तरफ का यातायात ठहर जाता है। ऐसे हालात में यातायात पुलिसकर्मी भी सिर्फ तमाशा देखने के कुछ नहीं कर पाते। नगर निगम की हालत यह है कि सब कुछ जानते हुए भी अधिकारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
आवारा पशुओं के आतंक से शहर में रोजाना कोई न कोई राहगीर इनका शिकार होकर चोटिल होता रहता है। कई बच्चे,महिलाएं और बुजुर्ग ऐसे हैं जिनको अपनी जान से भी हाथ धो चुके हैं। इस गंभीर समस्या पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष ड़ॉ राजे नेगी ने नगर निगम से उग्रसैन नगर में आवारा सांड एवं नगर के मुख्य मार्गो में रोजाना घूमते निराश्रित पशुओं से निजात दिलाने हेतु गुहार लगाई। नेगी ने बताया कि पिछले काफी समय से हरिद्वार रोड स्थित उग्रसैन नगर कालोनी में आवारा सांड ने आतंक मचा रखा है। जिससे कि कालोनी में आते जाते समय भय का माहौल व्याप्त है। खास तौर से स्कूली बच्चो एवं सुबह शाम सैर करने वाले वरिष्ठ नागरिको को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
उग्रसैन नगर सोसायटी के उपाध्यक्ष एम एस राणा ने बताया कि मौखिक रूप से नगर निगम को सूचित करने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई जिसके चलते कालोनी वासी चिंतित है।