बढ़ने से बच्चे सर्दी , खांसी, बुखार और दस्त की चपेट में आने लगे हैं। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे। चिकित्सकों ने बदलते मौसम में बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी है। मौसम की मार का सबसे अधिक असर बच्चों पर पड़ रहा है। जिला अस्पताल से लेकर स्वास्थय केंद्रों पर बच्चे सर्दी , खांसी, जुकाम बुखार आदि से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं। बच्चों में डायरिया के मामले भी सामने आने लगे हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 बच्चे इलाज को पहुंच रहे हैं। ब्लाॅक स्तरीय अस्पतालों पर भी काफी संख्या में बच्चे आ रहे हैं।
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आरपी गुप्ता ने बताया कि सर्दी बढ़ने से मौसम में नमी हो जाता है जिससे इंफेक्शन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। जिसका सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। सर्दी , दस्त पीड़ित बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं। बच्चों को ठंड से बचाने के प्रयास करना चाहिए। ठंड में बच्चों में कोल्ड डायरिया , निमोनिया, सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार त्वचा रोग आदि होने की संभावना रहती है। लापरवाही बच्चों को नुक़सान पहुंचा सकती है। बच्चों को गर्म वस्त्र पहना कर रखें , सिर पर टोपी , पैरों में मौजे पहनाएं , शरीर की अच्छी तरह से सफाई करें , बच्चों के खाने पर विशेष ध्यान दें ठंड चीज खिलाने से परहेज़ करें।