गोल्डन बुक ऑफ अर्थ में शामिल हुई दुनिया की 2100+ प्रेरक महिलाएं
आईआईयू टीवी द्वारा संचालित कार्यक्रम में दुनिया भर की 15000+ से अधिक सुपर टैलेंटेड, सबसे प्रेरक महिलाओं को सम्मानित करने में हमें बहुत गर्व है। हमें महिलाओं या उनके नारीत्व का महिमामंडन करने के लिए किसी विशेष दिन की आवश्यकता नहीं है। वह अपने जीवन की नायक और अपने सपनों की नायिका है, हर दिन जीवन को एक अवसर के रूप में मनाती है! शुरुआत में हमने गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में 1001+ उल्लेखनीय महिलाओं को पुरस्कार देने के मिशन के साथ शुरुआत की। लेकिन, जैसे-जैसे हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते गए, हमें एक शानदार प्रतिक्रिया मिली और 15000+ से अधिक नाम दर्ज किए गए। हर नाम की अपनी एक अनूठी कहानी थी, अपने आप में एक प्रेरणा। हस्तक्षेप करने वाले हाथ के चुनिंदा आशीर्वाद से, आईआईयू और एसबीपी ने सभी चयनित महिलाओं को 13 मार्च, 29 मई, 27 जुलाई और 21 नवंबर को 4 चरणों में सम्मानित करने का निर्णय लिया है। 13 मार्च के ऐतिहासिक दिन पर, 1001+ महिलाओं के स्थान पर 2100+ प्रेरित महिलाओं को सम्मानित एव पुरस्कृत किया गया हम उन सभी के प्रति हार्दिक आभार और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिन्होंने हम पर विश्वास किया और हमारी दृष्टि और मिशन पर भरोसा किया। एक महिला को सशक्त बनाएं और वह राष्ट्र को सशक्त बनाएगी कार्यक्रम की शुरुआत ट्रस्टी डॉ रोशनी लाल जी ने ऑस्ट्रेलिया से संबोधित करते हुए कहा कि सफल महिलाओं को अब संघर्षरत महिलाओं के जीवन मे बदलाव लाने हेतु अभियान चलाने की जरूरत है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री के एल गंजु जी व संदीप मारवाह जी उपस्थित रहे
जिन्होंने महिला सशक्तिकरण हेतु स्वर्ण भारत परिवार व अंतर्राष्ट्रीय इंटर्नशिप विश्वविद्यालय की पहल को सराहा । कार्यक्रम में अतिथि की भूमिका निभाते हुए
1. श्री के. एल. गंजू
2. डॉ संदीप मारवाह
3. नादिया हरिहरि
4. प्रतिभा मिश्रा
5. प्रोफेसर कैरोलिन मकाका
6. डॉ विजय कुमार साल्विया
7. श्री पुरुषोत्तम दास मित्तल
प्रमुख वक्ता के रूप में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम “एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता” पर सार्थक चर्चा हुई जिसमे निम्नलिखित वक्ताओं ने भाग लिया
1. डॉ परिन सोमानी
2. प्रो. डॉ. बीरेन दवे
3. डॉ. नीरज वोहरा
4. श्री श्रुतिधारा आर्या
5. डॉ डेसज़ीरी रिचर्डसन
6. श्री संजीव सहगल
7. डॉ. श्याम सुंदर पाठक
8. कोलीबेली डी हार्वे
9. डॉ राजाराव पगिडिपल्ली
ने अपने विचार रखे
इस भव्य कार्यक्रम में स्वर्ण भारत की तरफ से डॉ दीप्ती राजोत्या ने स्वर्ण भारत परिवार द्वारा महिलाओं द्वारा संचालित कार्यक्रमों की चर्चा की कंचन शर्मा ने दिव्यांग महिलाओं को द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की मुख्य अतिथि के रूप में श्री के एल गंजु जी सहित विश्व भर की कई हस्तियों ने अपनी बात रखी कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में
1. ग्लोबल फाउंडेशन फॉर अर्ली चाइल्डहुड एंड रिसर्च
2. नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर फाउंडेशन टीचर्स
3. इंटरनेशनल र & डी क्रिएटिविटी
4. भारत माता अभिनन्दन संगठन
5. स्मार्ट लैब्स – रेडेफिनिंग रोबोटिक्स एजुकेशन
कार्यक्रम का संचालन (होस्ट)
1. डॉ शैली बिष्ट
2 डॉ मोनिका कपूर
3. डॉ माधवी बोरसे
4. एर्मिना ओप्रिकन
5. लौरा स्टेनसियु
आईआईयू मुख्य सदस्य
1. डॉ स्निग्धा कदम
2. डॉ प्राची गौर
3. डॉ नाडा रत्वोविच
4. डॉ मसुदा यास्मीन
5. डॉ दीप्ति राज्योत्या
इस मौके पर स्वर्ण भारत व आईआईयू के मुखिया के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया , पीयूष पंडित सिर्फ एक नाम नहीं है। वह वह दृष्टि है जिसका कोई दूरदर्शी व्यक्ति कभी सपना नहीं देख सकता। वह प्रेरणा हैं जिनके जीवन की कीमत लाखों प्रेरणादायक कहानी है। एक व्यक्ति जो शासन करने के लिए पैदा हुआ था, लाखों लोगों के दिलों पर राज करता है। इंसान होने का सच्चा पर्यायवाची। नेतृत्व और परोपकार का एकदम सही मिश्रण। पवित्र जल के समान पवित्र नाम, सोने से भी अधिक शुद्ध हृदय वाला मनुष्य, और संकल्प शब्द से अधिक शक्तिशाली इच्छा शक्ति। उसका हमेशा विजेता बनना तय है। वह प्रेरित करता है, वह प्यार करता है, वह परवाह करता है, वह समर्थन करता है और वह बस करता रहता है … और उसकी कहानियां बहुत कुछ बोलती हैं! डॉ स्निग्धा कदम ने सभी को आभार जताते हुए कार्यक्रम की सफलता का श्रेय पूरी टीम को दिया धन्यवाद प्रस्ताव मानव संसाधन विभाग के माध्यम से दिया गया साथ ही सभी महिलाओं के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की गई।