चार धाम यात्रा को देखते हुए श्रद्धालुओं की सहज सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिए एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील स्थानों पर पूरी तरह से मुस्तैद हैं
यात्रा शुरू होने के बाद एसडीआरएफ द्वारा जहां एक ओर अस्वस्थ असक्षम, दिव्यांगों बुजुर्ग महिलाओं आदि को दर्शन कराने में सहयोग किया जा रहा है तो वही आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक उपचार भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
बीते 4 मई को लिनचोली से आगे भैरव ग्लेशियर व कुबेर ग्लेशियर पर पहाड़ी से अत्यधिक बर्फ़ीबारी होने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया था वही एसडीआरएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फावड़े और बेलचो की सहायता से अवरुद्ध मार्ग को खोलना प्रारंभ किया काफी देर की कड़ी मेहनत के बाद बर्फ को काट काट कर हटाया गया और श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रास्ता खोला गया जब एसडीआरएफ द्वारा श्रद्धालुओं को सुरक्षित पार कराया जा रहा था इसी बीच फिर ग्लेशियर आने से मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया तो वही एसडीआरएफ टीम द्वारा फिर से मोर्चा संभालते हुए युद्ध स्तर पर मार्ग को खोलने का कार्य किया जाने लगा एचआरएफ जवानों की कड़ी मेहनत के बाद मार्ग को दोबारा खोला गया और राशियों की सहायता से वैकल्पिक बैरियर बनाकर लगभग 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग पार कराया गया।