मैनपुरी जेल अधीक्षक का चार्ज संभालने से पहले उन्‍होंने आगरा सेंट्रल जेल, कानपुर जेल और मुरादाबाद जेल का भी चार्ज संभाला है।

कोमल मंगलानी ने दो वर्ष पूर्व इंस्‍टाग्राम पर पोस्‍ट शेयर करते हुए ल‍िखा था क‍ि, ‘मेरे जीवन ने 180 डिग्री का मोड़ लिया! मेरी सिविल सर्विसेज की यात्रा ने कई ब्रेक और ब्रेक-अप भी देखे हैं।

इससे थक कर मैंने तैयारी लगभग छोड़ दी थी और अचानक मुझे इंटरव्यू के लिए कॉल आया। और बाकी इतिहास है! बता दें क‍ि कोमल की बहन भारती भी न्यायिक मजिस्ट्रेट हैं।

मैं आयोग के बाहर इस दूसरी तस्वीर को साझा कर रहा हूं ताकि मैं आखिरी मिनट के व्यक्ति को ‘तक’ दिखा सकूं। मेरा मतलब है कि इंटरव्यू के दिन भी कौन पढ़ता है’।

कोमल मंगलानी महिला कैदियों की ओर से बनाई गई सामग्रियों को प्रदर्शित करती रही हैं। दीवाली के समय में कैदियों की ओर से बनाए गए सामग्रियों को लोगों ने खूब सराहा था।

कोमल मंगलानी सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी रही हैं। जरूरतमंदों के बीच वे समय-समय पर जाकर काम करती दिखती हैं। छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग का भी अभियान उन्होंने शुरू कराया था।