प्राधिकरण में सेटिंग करो और रिजेक्ट नक्शे को भी पास करा लो एक और बड़ा खुलासा….
ब्यूरो रिपोर्ट :-
खबर उत्तराखण्ड की राजधानी कही जाने वाली देहरादून सिटी के मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण से है जहा पर इन दिनों देहरादून में भ्रष्टाचार अपनी चरम पर है जिसपर शायद ही कोई लगाम लगा सके है। ऐसा हम नही बल्कि इतने दिनों के खुलासे से आप समझ गये होंगे लगातार भ्रष्ट एई प्रशांत सेमवाल के बड़े खुलासे हो रहे है और कई खुलासे होने बाकी भी है लेकिन इसी बीच एक और नाम सामने आया जिसमें पूरे प्राधिकरण पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लगाने में कोई कसर नही छोड़ा जी हा आपने सही सुना वर्तमान में हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में तैनात सहायक अभियंता गोविंद सिंह जो की इन दिनों चर्चा में है बताते चले की एमडीडीए में जब तक यहॉ के जेई/एई और उनके आका से सेटिंग नही हो जाती तब तक कोई फाईल पास ही नही हो सकती है। ऐसा हम नही बल्कि पूरी खबर पढ़ने के बाद आप भी यही कहेंगे दरअसल सीएम हेल्पलाइन में की गयी शिकायत में बताया गया है की खाल गॉव परगना परवादून, जिला देहरादून के फाईल नंबर R/4893/22-23 जो की योगेश चन्द्र के नाम से है शिकायत में बताया गया है की पहले तो यह फाईल उस समय के जेई गोविन्द सिंह ने साईट को ओपन एरिया बताकर रिजेक्ट कर दिया। उसके बाद जब इस जेई और उसके आका यानी की एमडीडीए का चक्रधर कहे जाने वाले से जब सेटिंग हो गई तो फाईल को रिओपन कराया और फ़ाइल को पास कर दिया गया बताते चले की भ्रष्ट अधिकारी प्रशांत सेमवाल के बाद दूसरा नाम गोविंद का है जो की सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसका ऐसा कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी गोविन्द ओर उसके आका ने फाईल को रिजेक्ट करके फिर जब पैसा मिल गया तो उसको रिओपन कराया ओर पास कर दी। एक दो नही बल्कि अनगिनत फाईलो में ऐसा किया जा चुका है। भ्रष्ट जेई अब एई बन गया है और पैसे के दम पर अपनी पसन्द की जगह पर पोस्टिंग ले ली है। भ्रष्ट जेई गोविन्द सिंह द्वारा नियमित रूप से इस प्रकार के काम लगातार किए गये है जिसकी जॉच की होनी बहुत जरूरी है। क्योकि पैसे के सामने इसको कुछ नही दिखाई देता है। यदि समय रहते हुए इस भ्रष्ट अभियन्ता को नही रोका गया तो यह पता नही कितने गलत काम अधिकारियों से कराता रहेगा। ऐसे चन्द अभियन्ताओ के होने की वजह से ही प्राधिकरण को बदनाम किया जाता है ओर आम जनता भी प्राधिकरण में जाते हुए डरती है। हालांकि हमारी मुहिम लगातार जारी है ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ और रोज एक नये खुलासे के साथ
काले करतूतों की पूरी सीरीज नीचे आप देख सकते है रोज एक खुलासे के साथ
प्रशांत सेमवाल के गलत कारनामो का एक और खुलासा विभाग को लगाई लाखो की चपत,SE का मिला है संरक्षण ?