भ्रष्ट एई और उसके आका ने मिलकर कर दिया एक और कारनामा ,हो गया खुलासा
ब्यूरो रिपोर्ट :-
खबर उत्तराखंड के सबसे भ्रष्ट विभाग एमडीडीए से है जहा पर जमे भ्रष्ट अधीक्षण अभियंता और भ्रष्ट एई ने मिलकर भ्रष्टाचार की खुली गंगा बहा रखी है एसा हम नही कह रहे है बल्कि विभाग में इस तरह की चर्चाएं अब आम हो चुकी है जिसमें लगातार भ्रष्ट अधीक्षण अभियंता और सहायक अभियंता की पोल खुलती नजर आ रही है ताजा मामला एक और सामने आय़ा है जिसमें शिकायत में बताया गया है की एमडीडीए में तैनात एई प्रशान्त कुमार सेमवाल और उनके आका अधीक्षण अभियंता हरिचंद सिंह राणा द्वारा विकासनगर मेन रोड पर कुन्दन लाल के नाम से एक फ़ाइल जिसका नंबर C-0097/22-23 है जिसका व्यवसायिक मानचित्र पास किया गया था। जिसमें एई के द्वारा सैट बैक एरिया में लिफ्ट बनवा दी जबकि नियमतः विभाग के नियम ही कहते है कि सैट बैक को तो खुला छोडा जाता है फिर भी एई महोदय और उनके आका अधीक्षण अभियंता को नियमों से ज्यादा आरोप है की इन्हें सिर्फ पैसा दिखाई देता है। बडी गलती तो इस फाईल में यह की गयी है जिसको कोई देख भी न पाए। कूछ आर्किटेक्ट और विशेषज्ञों से बात करने पर पता चला की एमडीडीए के बाईलोज में प्लाट की गइराई ज्यादा होने पर Notional प्लाट एरिया अर्थात 1:3.50 का रेशियो छोडना होता है लेकिन इसे यहा पर नजरअंदाज कर दिया गया यही नही आरोप है ना जाने कितने सैकड़ों नक्शे ऐसे है जिन्हें बिना देखें ही बस आरोप है की पैसे मिलने पर तत्काल पास कर दिया जाता है। ये कोई पहला मामला नही है ऐसे ना जाने कितने मामलें है जिसमें सभी अभियंताओं के आका के सहयोग से भ्रष्टाचार चरम पर है और उनका आका कोई और नही बल्कि भ्रष्ट अधिकारी अधीक्षण अभियंता हरिचंद सिंह राणा है आरोप है जिसने विभाग को अपने इशारों पर चलाने का कार्य करता है और अपने परिवार के विभिन्न लोगो को प्राधिकरण में कब्जा दिला रखा है जल्द ही देखिये बड़ा खुलासा हमारी मुहिम ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार जारी रहेगी। पढ़ते रहिये अगली कड़ी में खुलासा
काले करतूतों की पूरी सीरीज नीचे आप देख सकते है रोज एक खुलासे के साथ
प्राधिकरण में सेटिंग करो और रिजेक्ट नक्शे को भी पास करा लो एक और बड़ा खुलासा….