कोसीकलां के गोपाल बाग पर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चे झाड़ू लगाते एवं साफ सफाई करते नजर आए। प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए प्रदेश सरकार छात्रों को बैग और पुस्तक फ्री दे रही है, मगर शिक्षक छात्रों को पुस्तक और कलम की जगह हाथ में झाड़ू देकर साफ सफाई के कार्य में उलझा देते हैं।
नगर के परिषदीय स्कूलों में लाख कोशिशों के बावजूद व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां शासन स्तर से इन स्कूलों में व्यवस्थाएं सुधारने के नाम पर पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है कभी स्कूलों में बच्चों से पानी भरवाया जाता है, तो कभी शिक्षिकाएं मोबाइल में व्यस्त रहती है। इस बीच विद्यालय में कक्ष के अंदर छात्राओ के द्वारा कक्षा में झाड़ू लगाते हुए एवं साफ सफाई करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन की छवि को बट्टा लगाने पर सरकारी शिक्षक तुले हुए हैं। शिकायत पर अधिकारी लीपापोती करने में लग जाते हैं। स्कूल शिक्षक अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं।
शिक्षकों के द्वारा पढ़ाना तो दूर की बात है,बल्कि बच्चों के हाथ में साफ सफाई के लिए झाड़ू थमा देते हैं। इसी कारण से परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार नहीं आ पा रहा है। क्षेत्र में लगभग दर्जनों पाठशालाएं है, जिसमें सफाई की स्थिति लगभग शून्य है। विद्यालय स्टाफ अपनी मनमानी करता है। प्रत्येक दिन झाड़ू बच्चों से ही लगवाते हैं। हालांकि, पहले भी कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई है, मगर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब देखना यह होगा कि बच्चों के द्वारा इसी तरह विद्यालय में बाल श्रम लगातार कराया जाएगा या फिर अधिकारी गण इस मामले पर कोई कारवाई करेंगे।