शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ ने संबंधित जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में न केवल सुरक्षा के सख्त उपाय शामिल हैं, बल्कि आकस्मिक परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए विशेष योजनाएं भी बनाई गई हैं।
प्रमुख निर्देश एवं कार्ययोजना
1. नोडल अधिकारी नियुक्ति एवं एक्शन प्लान तैयार करना
- हर संबंधित जिले में एक राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा।
- शीतकालीन यात्रा के लिए विशेष एक्शन प्लान तैयार कर उसे प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
2. प्वाइंटवार पुलिस बल की तैनाती
- यात्रा मार्ग और चारधामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों पर जरूरत के अनुसार प्वाइंटवार पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
3. श्रद्धालुओं और वाहनों का दैनिक डाटा संग्रह
- यात्रा के दौरान प्रतिदिन आने वाले तीर्थयात्रियों और वाहनों का विवरण गढ़वाल परिक्षेत्र से पुलिस मुख्यालय को भेजा जाएगा।
4. मन्दिर समितियों के साथ समन्वय
- मंदिर समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा योजनाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा।
- यात्रियों की सुरक्षा और आकस्मिक घटनाओं के लिए Contingency Plans तैयार किए जाएंगे।
5. आकस्मिक घटनाओं के लिए त्वरित प्रतिक्रिया योजना
- संभावित खतरों जैसे आतंकी हमले, बम विस्फोट, भूस्खलन, भूकंप, दैवीय आपदा, और दुर्घटनाओं के लिए अलग-अलग योजनाएं तैयार की जाएंगी।
- पुलिस बल को इन योजनाओं के अनुसार पूर्व ब्रीफिंग दी जाएगी।
6. आपदा प्रबंधन टीम की तैनाती
- संभावित आपदा क्षेत्रों में पहले से ही एसडीआरएफ टीम और जिला प्रशासन की आपदा प्रबंधन टीम को उपकरणों सहित तैनात किया जाएगा।
- ये टीमें प्रभावित स्थानों पर शीघ्रता से पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करेंगी।
यातायात प्रबंधन के निर्देश
7. ओवरस्पीडिंग पर नियंत्रण
- ओवरस्पीडिंग रोकने के लिए ठोस रणनीति तैयार की जाएगी।
- मोटर वाहन अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
8. ब्लैक स्पॉट्स का पुनः निरीक्षण
- यात्रा मार्गों पर पहले से चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।
- संबंधित विभागों से समन्वय कर पैराफिट और क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे।
9. क्षमता से अधिक सवारी पर रोक
- क्षमता से अधिक सवारियों को ले जाने वाले वाहनों को आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा।
- नियमानुसार इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
10. खराब मार्गों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड
- खराब सड़कों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में प्रशासन की मदद से चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे।
- भूस्खलन की सूचना मिलने पर यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग की जानकारी दी जाएगी।
11. मौसम और मार्ग की जानकारी के लिए बल्क एसएमएस
- यात्रियों को बल्क एसएमएस के माध्यम से मौसम और मार्ग बंद होने की जानकारी दी जाएगी।
यात्रियों की सहायता के लिए विशेष प्रावधान
- यात्रियों को आपात स्थिति में 112 कंट्रोल रूम के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
- पुलिस बल को भीड़ नियंत्रण और त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शीतकालीन चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। पुलिस महानिदेशक के इन निर्देशों का उद्देश्य न केवल यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि तीर्थयात्रियों को यात्रा का एक सकारात्मक अनुभव प्रदान करना भी है। सभी विभागों और अधिकारियों से समन्वय की अपेक्षा की गई है, ताकि यात्रा व्यवस्थित और त्रुटिरहित तरीके से संपन्न हो सके।