भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस को बड़ी सफलता मिली है। विजिलेंस ने रिश्वत लेते हुए शांति भण्डारी, सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान (बांट एवं माप), जो किच्छा जिला ऊधमसिंहनगर में वरिष्ठ निरीक्षक के प्रभार में हैं को दस हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
विजिलेंस के मुताबिक शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि हर प्रकार के वजन तोलने वाले कांटे और बाट बेचने तथा उनकी मरम्मत का कार्य करता है। इसके लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है। जिसे प्राप्त करने के लिए उसने विभाग में आवेदन किया था। शिकायतकर्ता का कहना था कि आरोपी शांति भण्डारी ने उसका लाइसेंस जारी कर दिया था। लेकिन अब वे उसे अनावश्यक रूप से परेशान कर रही थीं। उन्होंने लाइसेंस रद्द करने की धमकी देकर दस हजार की रिश्वत की मांग की।
सतर्कता टीम की कार्रवाई शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। जिसके बाद निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेशन के निर्देश पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया। कार्यवाही करते हुए सोमवार को टीम ने शिवपुरम् कॉलोनी, निकट चीनी मिल, हल्द्वानी रोड, किच्छा स्थित कार्यालय में शांति भण्डारी को शिकायतकर्ता से दस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
आगे की कार्रवाई मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा। वहीं टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेशन ने इस सफल ट्रैप के लिए सतर्कता टीम को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की। भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में योगदान दें। सतर्कता अधिष्ठान जनता से अपील करता है कि वह टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 और WhatsApp हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर 24×7 संपर्क कर भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।