राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन यानी दो जुलाई तक लगातार भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया गया। वहीं चमोली गोपेश्वर में बीती रात से हो रही बारिश से आज सुबह करीब गोपेश्वर नगर में पार्किंग में खडे़ वाहनों के ऊपर मलबा आने से तीन वाहन मलबे में दब गए।
नेग्वाड़ मोहल्ले में तीन वाहनों के पिछले हिस्से में मलबे में दब गए। पुलिस के गश्ती दल ने मलबा आने की सूचना स्थानीय लोगों को दी, जिस पर लोग मौके पर पहुंचे। वहीं, भारी बारिश से बिरही निजमुला मोटर मार्ग काली पहाड़ी के पास अवरुद्ध हो गया है। सड़क पर भारी मात्रा में मलबा आने से वाहनों की आवाजाही रुक गई है। जिससे निजमुला घाटी के करीब 17 गांवों की आवाजाही भी ठप पड़ गई है।
प्रदेश में पिछले एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है। बारिश का यह क्रम अगले दो जुलाई तक भी जारी रहेगा। देहरादून सहित नैनीताल, चंपावत, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भारी से भारी बारिश हो रही है।बारिश के साथ ही तेज हवाएं चलने की भी संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
बारिश से दबे मलबे
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह बताया कि अगले तीन दिन भी देहरादून सहित गढ़वाल और कुमाऊं के जनपदों में भारी बारिश हो सकती है। बिजली कड़कने के साथ तेज आंधी-तूफान की आशंका है।
प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही सड़कों के बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में रूक रूककर हो रही बारिश के साथ सड़कों के बंद होने का सिलसिला भी जारी है।
बारिश से उफान पर नदी नाले –
बुधवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के बीच भूस्खलन की घटनाएं सामने आईं। इससे 51 सड़कें बंद हो गईं।
लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक यादव ने बताया कि बुधवार शाम तक मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश एक स्टेट हाईवे, एक मुख्य जिला मार्ग, 20 ग्रामीण सड़कें और पीएमजीएसवाई की 29 सड़कें बंद हैं।
बुधवार को सड़कों को खोलने के काम में 42 जेसीबी मशीनों को लगाया गया।