साहब के चहेते प्रशांत सेमवाल के काले कारनामो की खुली पोल,पैसे के बदले कागज में किया इतना बड़ा खेल…
ब्यूरो रिपोर्ट
खबर उत्तराखंड के एमडीडीए से है जहा पर इन् दिनों भ्रष्टाचार चरम पर है। एमडीडीए में तैनात AE का एक और काला कारनामा सामने आया है जहा पर प्रशांत सेमवाल पुरूकुल,कुठाल गेट सहित कई अन्य जगहों पर अवैध निर्माण करवा रहा है। अवैध कालोनियां भी बसा रहा है। काले करतूत का एक और चिट्ठा खुला है जिसमे आपको बता दे की कुठाल गेट के शिव मंदिर के पास भी अवैद्य प्लाटिंग जोरों शोरों पर एमडीडीए के एई प्रशांत सेमवाल की मेहरबानी से हो रहा है। वही आपको बता दे की पहाड़ो पर भूकम्प से बचने के लिए कई नियम बनाये गए है। उनमे से एक नियम है स्ख्न्या फुटहिल एरिया में अधिकतम भवन ऊंचाई 21 मीटर अनुमन्य होगी लेकिन इस नियम को चंद पैसो के लिए प्रशांत सेमवाल ने ताक पर रखते हुए हॉस्टल बिल्डिंग के स्वामी अर्चना जैन को लाभ पहुंचाने के लिए 21 मीटर भवन की ऊंचाई को 24 मीटर बनाने की अनुमति देदी कर पैसे लेकर धड़ल्ले से निर्माण करवाया
वही दूसरी तरफ अगर बात करे तो अंशु सक्सेना पुत्री कैलाश चंद सक्सेना के गेस्ट हाउस बनते समय उनको लाभ पहुंचाने के लिए प्रशांत सेमवाल ने सारे नियम ताक पर रखते हुए फर्जी रिपोर्ट बनाकर पहुंच मार्ग में शिथिलता का प्राविधान जो 200 मीटर के डेड एन्ड मार्ग के लिए है उसको कागजो में दिखा कर 15 मीटर की रोड को सिर्फ 7.62 मीटर में गेस्ट हाउस को पास कर दिया जाता है जबकि वहा पर डेड एन्ड नहीं है ग्राउंड जीरो पर देखा गया तो ये रोड बायीं और टर्न है लेकिन पैसो के लिए प्रशांत सेमवाल के द्वारा इतना बड़ा झूठ बोला गया हमने ग्राउंड जीरो पर जाकर पड़ताल की तो मामला खुलकर सामने आया ही रोड वहा पर खत्म नहीं होती बल्कि रोड के बीच में हॉस्टल है लेकिन अधिकारियो के आँखों में धूल झोंककर अवैध धन उगाही में माहिर प्रशांत सेमवाल ने यहाँ भी नियमो को ताक पर रख दिया।
बड़ा सवाल ये है की फ़ाइल जिन अधिकारियों के पास गयी क्या उन्होंने इसपर कोई एक्शन नहीं किया उन्होंने प्रशांत सेमवाल के इशारे पर फ़ाइल को आगे बड़ा दिया ये भी जाँच का विषय है ऐसे कोई एक दो मामले नहीं बल्कि सैकड़ो मामले है प्रशांत सेमवाल के खिलाफ लेकिन कोई भी अधिकारी इसपर कार्यवाई करने से डरता है ना जाने कोनसी दुखःती नब्ज प्रशान्त सेमवाल ने अधिकारियो की दबा रखी है ,महोदय अवैध धन अर्जित कर लगातार लोगो को डराता धमकाता है की और कहता है कोई उसका कुछ नहीं कर सकता हालंकि जल्द ही इसके काळा करतूतों की जांच होते हुए सस्पेंड भी किया जाना चाहिए जिससे की एमडीडीए में भ्र्ष्टाचार पर लगाम लग सके।बड़ी मेहबानी करने वाले एमडीडीए के वीसी बंधीधर तिवारी ने लिखकित शिकायत के बाद भी कोई एक्शन अभी तक नहीं लिया जिससे तो ये साफ जाहिर होता नजर आ रहा है की उनको भी कोई डर है ,हालांकि ये बात तो भविष्य के गर्भ में है की आखिर प्रशांत सेमवाल को बचाने के किस अधिकारी और मंत्री का नाम सामने आता है। भ्र्ष्ट एई के खिलाफ रोज एक नए खुलासे आपको पढ़ने को मिलेगा और इस मामले में उचित कार्यवाई न होने पर प्रशांत सेमवाल के काले करतूतों के खिलाफ कोर्ट की तरफ से रुख अख्तियार किया जाएगा।