मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य निर्धारण पर समीक्षा बैठक

0 6

राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2025-26 हेतु राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य निर्धारित करना और वर्तमान वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पहले अवशेष राजस्व प्राप्ति को समय पर पूरा करना था। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और राजस्व नीति के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण चर्चाएँ की गईं।

Advertisement ( विज्ञापन )

बैठक के समापन पर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी विभागों को राजस्व प्राप्ति के निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने की स्पष्ट हिदायत दी। उन्होंने कहा, “राजस्व लक्ष्य प्राप्ति प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी है और इसे समय सीमा में पूरा किया जाना चाहिए।” उनके इस बयान से स्पष्ट हुआ कि वित्तीय अनुशासन को बनाए रखना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।

विभागों की जिम्मेदारी

मुख्य सचिव ने विशेष रूप से उन विभागों का उल्लेख किया जो राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने में अपेक्षाकृत पीछे हैं। उन्होंने इन विभागों को आन्तरिक समीक्षा और मंथन के निर्देश दिए ताकि वे राजस्व वृद्धि के लिए ठोस कदम उठा सकें। यह न केवल सरकारी खजाने को भरने में मददगार होगा, बल्कि जनकल्याण की योजनाओं के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन भी उपलब्ध कराएगा।

‘वन विभाग’ के संदर्भ में, श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिया कि राज्य के समान परिस्थिति वाले अन्य देशों और राज्यों का अध्ययन किया जाए। उनका मानना था कि इससे वन विभाग की राजस्व वृद्धि की संभावनाओं को समझने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “हमें अन्य राज्यों के सफल मॉडल से सीखना चाहिए और उन्हें अपने यहाँ लागू करने का प्रयास करना चाहिए।”

आईटी सोल्यूशन का महत्व

राजस्व प्राप्ति में सुधार के लिए तकनीकी उपायों की आवश्यकता की ओर इशारा करते हुए, मुख्य सचिव ने एसजीएसटी के डाटा शेयरिंग के सम्बन्ध में सभी विभागों के लिए आईटीडीए को अगले वित्तीय वर्ष से पूर्व एक समेकित आईटी सोल्यूशन विकसित करने के निर्देश दिए। यह कदम तकनीकी प्रगति के माध्यम से प्रक्रियाओं को सरल और प्रभावशाली बनाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस तरह का उपाय सरकारी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता लाएगा।

बजट प्रस्तावों की तत्परता

बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु यह था कि सभी विभागों के सचिवों को अगले बजट के प्रस्तावों पर तेजी से कार्य करने और उन्हें समय पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। यह संकेत करता है कि सरकार वित्तीय संसाधनों का सदुपयोग करना चाहती है ताकि आने वाले वर्षों में विकास की राह प्रशस्त की जा सके। श्रीमती राधा रतूड़ी का कहना था, “हमें सुनिश्चित करना है कि सभी विभाग अपने बजट प्रस्तावों पर तत्परता से कार्य करें, जिससे वित्तीय वर्ष की शुरुआत से ही योजनाओं का क्रियान्वयन हो सके।”

इस समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव नितेश झा, दिलीप जावलकर, पंकज कुमार पाण्डेय तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने बैठक में विचार-विमर्श से उत्पन्न सुझावों और निर्देशों का स्वागत किया और उन्हें लागू करने के लिए तत्परता दिखाई।

इस प्रकार, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की यह बैठक प्रमाणित करती है कि सरकार राजस्व प्राप्ति के लक्ष्यों को प्राथमिकता दे रही है और एक सशक्त वित्तीय ढांचे की दिशा में अग्रसर हो रही है। भविष्य में इस प्रकार की और कार्यात्मक बैठकें आवश्यक होंगी ताकि सभी विभाग अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा कर सकें और राज्य के विकास में योगदान दे सकें।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Home
ट्रेंडिंग न्यूज़
State News
Search
error: Content is protected !!