खरगे के भेजे पत्र पर प्रियंका ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- राजनीति में घुल चुका जहर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे पत्र मामले में प्रियंका गांधी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि राजनीति में बहुत जहर घुल चुका है। प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा रखनी चाहिए। शिमला में छुट्टियां बिता रहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला। पोस्ट डाली कि कुछ भाजपा नेताओं और मंत्रियों की अनर्गल और हिंसक बयानबाजी के मद्देनज़र लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के जीवन की सुरक्षा के लिए चिंतित होकर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा।
प्रधानमंत्री की आस्था अगर लोकतांत्रिक मूल्यों, बराबरी के संवाद और बुजुर्गों के सम्मान में होती तो इस पत्र का जवाब वह खुद देते। उन्होंने जेपी नड्डा की ओर से एक हीनतर और आक्रामक किस्म का जवाब लिखवा कर भिजवा दिया। प्रियंका गांधी ने लिखा कि एक वरिष्ठ जननेता का निरादर करने की आखिर क्या जरूरत थी। लोकतंत्र की परंपरा और संस्कृति, प्रश्न पूछने और संवाद करने की होती है। धर्म में भी गरिमा और शिष्टाचार जैसे मूल्यों से ऊपर कोई नहीं होता। प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा रखते हुए, सचमुच एक अलग मिसाल रखनी चाहिए थी। अपने एक वरिष्ठ सहकर्मी राजनेता के पत्र का आदरपूर्वक जवाब दे देते तो जनता की नजर में उन्हीं की छवि और गरिमा बढ़ती।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी शनिवार को शिमला आ सकते हैं। शिमला से सटे छराबड़ा में बीते कुछ दिनों से प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी आई हुईं हैं। संभावना है कि शनिवार को राहुल भी यहां पहुंचेंगे। राहुल गांधी के शिमला आने की चर्चा के बीच सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को राहुल गांधी को शामिल आना था, लेकिन निजी कारणों से उनका प्रोग्राम रद्द् हो गया। राहुल गांधी करनाल तक ही आए।