पन्तनगर विश्वविद्यालय में लम्पी स्कीन बीमारी के रोकथाम की तैयारियां पूर्ण

0 21

पंतनगर।  उत्तराखण्ड राज्य के पर्वतीय जनपदो चमोली, पिथौरागढ़, बागेष्वर, रूद्रप्रयाग, चम्पावत, अल्मोड़ा, नैनीताल, टिहरी गढ़वाल आदि में गाय एवं भैसों में लम्पी स्कीन बीमारी अपने पैर पसार रही है। समीपवर्ती जनपदों में इस बीमारी के दृष्टिगत पन्तनगर विष्वविद्यालय के षैक्षणिक डेरी फार्म पर पालित गायों एवं भैसों में लम्पी बीमारी की प्रभावी रोकथाम हेतु विष्वविद्यालय कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान के निर्देषानुसार, अधिष्ठाता, पषुचिकित्सा एवं पषुविज्ञान महाविद्यालय की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आहूत की गयी। बैठक में गायों एवं भैसों में लम्पी बीमारी की प्रभावी रोकथाम हेतु षैक्षणिक डेरी फार्म पर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया। संयुक्त निदेषक, षैक्षणिक डेरी फार्म द्वारा अवगत कराया गया कि डेरी फार्म पर पालित तीन माह से ऊपर के सभी पषुओं का लम्पी बीमारी हेतु वार्षिक टीकाकरण (गोट-पाॅक्स टीका) माह सितम्बर 2022 में पूर्ण किया जा चुका है।

Advertisement ( विज्ञापन )

यह टीका पषु को एक वर्ष की प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है। आगामी एक से दो दिनों में डेरी फार्म पर पालित तीन माह से ऊपर के सभी पषुओं में लम्पी बीमारी से बचाव हेतु द्वितीय चरण (बूस्टर डोज) का टीकाकंरण प्रारम्भ किया जायेगा, जिसको एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कर लिया जायेगा। वर्तमान में डेरी फार्म पर सभी पषु स्वस्थ हैं एवं फार्म पर आवष्यक औषधियां, टीका, कीटाणु रोधक लोषन आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हंै। भविष्य के लिये कुछ और औषधियों, रसायनों आदि के क्रय हेतु प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा जा रहा है। बीमारी की रोकथाम हेतु सभी जैव सुरक्षा उपाय जैसे पषुओं के बाड़ों में फाॅगिंग, फ्यूमिगेषन आदि किया जा रहा है। इसके साथ-साथ डेरी फार्म में बाहरी व्यक्तियों/किसानों की आवाजाही पर पूर्ण रोक रहेगी, केवल फार्म की अतिआवष्यक दैनिक गतिविधियां केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिषानिर्देषों के अनुरूप जारी रहेगी। अधिष्ठाता द्वारा अवगत कराया गया कि विष्वविद्यालय कुलपति के निर्देषानुसार विष्वविद्यालय, पषुपालन विभाग उत्तराखण्ड़ के लगातार सम्र्पक में हैै। पषुचिकित्सा महाविद्यालय के अन्तिम वर्ष के इन्र्टनषिप छात्रों को पन्तनगर विष्वविद्यालय की परिधि में पालित पषुओं के टीकाकंरण अभियान में उत्तराखण्ड़ पषु पालन विभाग के सहयोग हेतु भेजा जायेगा एवं निकटवर्ती क्षेत्र में पषु पालन विभाग के साथ पषुचिकित्सा षिविरों में सहयोग देने को भी पषुचिकित्सा महाविद्यालय की चिकित्सकीय टीम तैयार रहेगी।

बैठक में अधिष्ठाता, पषु चिकित्सा महाविद्यालय डा. एस.पी. सिंह; विभागाध्यक्ष वी.पी.एच., डा. ए.के. उपाध्याय; विभागाध्यक्ष वी.एम.डी., डा. जे.एल. सिंह; सयुक्त निदेषक डेरी फार्म डा. एस. के. सिंह; सहायक निदेषक डेरी, सहायक निदेषक कुक्कुट एवं डेरी फार्म पषु चिकित्सालय अधीक्षक डा. संदीप तलवार आदि उपस्थित रहे।

Advertisement ( विज्ञापन )

 

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Home
ट्रेंडिंग न्यूज़
State News
Search
error: Content is protected !!