कलियर:इस बार प्रशासन और प्रबंधन समिति को क्या पाठ पढ़ाएंगे अवैध अतिक्रमणकारी दुकान संचालक।तालमेल और सांठगांठ का झांसा देकर दुकान जमवाने वाले कुछ नटवरलाल भी हो गए हैं सक्रियसाबिर पाक दरगाह पिरान कलियर परिसर और आसपास के क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने को लेकर जिला प्रशासन ने भी जहां एक ओर कमर कस ली है तो वही अतिक्रमणकारियों का एक और नया कारनामा निकल कर सामने आया हैवैसे तो लगातार कलियर साबिर पाक दरगाह परिसर में भी अतिक्रमण से लेकर फर्जी खादिमो तक के वीडियो लगातार वायरल होते आए हैं।
सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी साबिर पाक दरगाह पिरान कलियर के मैन गेट पर लगभग 10 से 12 दुकाने गैरकानूनी तरीका से अतिक्रमण कर लगाई गई है।अगर इस अतिक्रमण को हटाए जाने की बात की जाए तो इस अतिक्रमण को हटाने के लिए इन दुकानदारों को दरगाह परिसर से बाहर की दुकानों में दुकानें एलॉट कर दी गई थी लेकिन इन्होंने इन एलॉट की हुई दुकानों को या तो बेचकर या फिर किराए पर चढ़ाकर दोबारा फिर दरगाह परिसर क्षैत्र मे ही अपनी दुकानें जमा कर अतिक्रमण कर दिया है।
जिससे दरगाह के मेन गेट का एरिया कितना कन्जेस्टेड हो जाता है कि यहां दूरदराज से आने वाले जायरीनों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कभी कभी दरगाह के मेन गेट पर इतनी भीड़ हो जाती है कि जेब कतरे या फिर अन्य चोर नुचक्के जैसे असामाजिक तत्व भी कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर निकल जाते हैं।ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की और दरगाह प्रबंधक की ओर से इस अतिक्रमण को हटाने के लिए आखिर किस तरह की कवायद शुरू की गई है।क्या इस बार यह नीति पास हो पाएगी या फिर कार्रवाई का फैमिन पैमाना आफ फिर इन रेडक्रॉस निशानों पर सिमट कर रह जाएगा।सुत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब दरगाह प्रबंधक और प्रशासनिक टीम की ओर से इन अतिक्रमणकारित दुकानों को चिन्हित कर रैड क्रॉस निशान लगाए गए हैं
और उनको अल्टीमेटम भी दिया गया है तो वही अगर इन दुकान संचालकों की बात की जाए तो यह दुकानदार भी यह भी दरगाह प्रबंधक को कुछ पुराने रसीदें और प्रपत्र दिखाने की बात कर रहे हैं जिसको लेकर इन दुकानदार को भी अपना पक्ष रखने के लिए फिलहाल कहा गया है लेकिन आखिर इन पद पत्रों के सहारे कब तक इस अतिक्रमण को यहां साबिर पाक दरगाह परिसर क्षेत्र में पनाह मिलती रहेगी क्योंकि पहले भी इसी तरह के क्रियाकलापों में लिप्त होने के बावजूद इन्हें बाहर दुकानें अलाट की गई थी ताकि इस अतिक्रमण को हटाया जा सके लेकिन आखिर किस सफेदपोश या फिर किस सत्ताधारी के संरक्षण में यह दुकाने इस दरगाह परिसर क्षेत्र में शरण लेकर चल रही है कि आखिर कलियर क्षेत्र की तमाम जगह पर अतिक्रमण पर गरजने वाला पीला पंजा इस जगह आकर ढीला क्यों पड़ जाता है अपने आप में बड़ा सवाल है।
अगर अतिक्रमण को हटाए जाने की बात की जाए तो जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे की ओर से साफ किया गया है कि किसी भी तरह के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लगातार क्षेत्र में अतिक्रमण पर होने वाली कार्रवाई यू को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्या अब दरगाह परिसर हो जाएगा अतिक्रमण मुक्त आने वाले कल के लिए बड़ा सवाल या फिर इन्हीं चिन्हितिकरण की नीतियों पर सिमट जाएगी कार्रवाई। सूत्रों के हवाले से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि इन दुकानदारों ने तोड़ जोड़ को लेकर भी रसूखदारो से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट-सुधीर चावला