प्राधिकरण में बह रही है उल्टी गंगा ,उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जानिए ऐसा क्यों
खबर उत्तराखंड के सबसे भ्र्ष्ट विभाग मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण से है जहा पर इनदिनों खुलेआम भ्र्ष्टाचार का बोलबाला है। और लगातार खुलासे भी हो रहे है। जैसा की आपने पढ़ा की उल्टा चोर कोतवाल को डांटे दरसल ये कहावत इन दिनों एमडीडीए पर सटीक बैठती है ऐसा हम नहीं कह रहे है बल्कि इस पूरी खबर पढ़ने के बाद भी आप यही यही कहेंगे की यहाँ तो खुलेआम उल्टी गंगा बह रही है। दरसल ताजा मामला सामने आया है की विभाग ने पहले अपनी नाकामी और घूसखोर अधिकारियों को बचाने के लिये फाइलों के एक्सेस पर रोक लगाई उसके बाद मन नहीं भरा तो घूसखोर अधिकारियो के कुकर्मो के खुलासा करने वाले पत्रकार के ऊपर गलत तथ्यों के आधार पर फर्जी मुकदमे में फ़साने की तैयारी में जुट गए। लेकिन यही पर उनसे चूक हुई और खुद ही मामले में उलझ गए। दरसल जानकारी के लिए आपको बता दे की किसी के निजी नक्शे को किसी भी खबर में नहीं दर्शाया गया है। खबरों में सिर्फ नकशो का नंबर एंव नक्शा पास करते वक्त जो गलतिया बताई गयी है खबर में जिक्र किया गया है। समस्त नक्शे है व्यवसायिक है एवं वहा पर जनता का आवागमन प्रतिबंधित नहीं है तो ऐसी स्तिथि में निजता का सवाल ही पैदा नहीं होता ऐसा लगता है की शिकायतकर्ता को दबाने के लिए एमडीडीए के अधिकारियो ने बड़ी हड़बड़ी में ये कारनामा कर दिया अगर इतनी ही तत्परता वीसी साहब द्वारा अपने घूसखोर अधिकारियों के खिलाफ दिखाया जाता तो शायद देहरादून में अवैध निर्माणों पर रोकथाम हो पाता। शिकायतकर्ता के द्वारा अवैध प्लाटिंग की शिकायत वीसी साहब को एक महीने पहले ही की गयी थी लेकिन उसपर कोई कार्यवाई नहीं की गयी बल्कि विभाग के ही घूसखोर अधिकारी ने अवैध प्लाटिंग कर रहे है भू माफिया को शिकायतकर्ता का नंबर देते हुए दबाव बनाने की कोशिश की और शिकायत वापस लेने के दवाब भी बनवाये गए वीसी साहब से बड़ा सवाल यही है की क्या अबतक कितने शिकायतकर्ताओं के खिलाफ इस तरह के फर्जी मुकदमे करवाने की धमकी दिया गया है और कितने मामलो में लीपापोती हुई है इसका जवाब वीसी साहब को देना चाहिए क्या हमारी यही गलती है की हमने दबाव/प्रलोभन में ना आकर लगातार हम खबरों के माध्यम से खुलासा करते रहे। जिस सहायक अभियंता और अधीक्षण अभियंता के खिलाफ प्राधिकरण को करोड़ो रूपये के राजस्व की हानि की सबूतों के साथ शिकायत की जा चुकी है उनके खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की गयी ईमानदार मुख़्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की निति को पलीता लगाते पुरे घूसखोर अधिकारी । हालांकि मामले में आगे क्या होगा ये तो भविष्य के गर्भ में तय है लेकिन एक बात तो तय है की हमारी कलम इन घूसखोर अधिकरियों से डरने वाला नहीं है और हम डंके की चोट पर खबर आपतक पहुंचाते रहेंगे देखना है कबतक और कौन कौन से हथकंडे अपनाकर विभागीय अधिकारी लोगो को गुमराह करते रहेंगे भ्र्ष्टाचार के खिलाफ हमारी मुहीम जारी है जल्द ही पढ़िए एक और बड़ा खुलासा
काले करतूतों की पूरी सीरीज नीचे आप देख सकते है रोज एक खुलासे के साथ
समय सीमा समाप्त,AE और SE को वीसी साहब ने बचाया ? अब किसान देंगे ऐसे जवाब …..