जिलाधिकारी गौरांग राठी ने महिला को दिया 30 लाख का चैक ये रही वजह
एचडीएफसी बैंक ने जिलाधिकारी गौरांग राठी जी एवमसुनील कुमार होमगार्ड कमांडेंट भदोही की उपस्थिति में होमगार्ड मृतक स्वर्गीय श्रीकृष्ण मिश्र की पत्नी श्रीमती सरोजा देवी को दुर्घटना बीमा क्लेम के तहत दिया 30 लाख का चेक
Bhadohi News:-एचडीएफसी बैंक ज्ञानपुर शाखा ने नियमावली के तहत संत रविदास नगर के निवासी होमगार्ड स्वर्गीय श्रीकृष्ण मिश्र के सैलेरी अकाउंट सुविधा के तहत दुर्घटना बीमा क्लेम के रूप में मृतक की पत्नी श्रीमती सरोजा देवी को 30 लाख का चैक दिया। इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड मनीष टंडन ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बैंक के नियमों के तहत जिस भी होमगार्ड/पुलिस का सैलरी खाता उनकी बैंक में होता है उसका बैंक के द्वारा बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के दुर्घटना बीमा किया जाता है। इसी नियम और आर्थिक सुरक्षा के तहत दुर्घटना में असमय मृत्यु के कारण स्वर्गीय अजय उपाध्याय एवम स्वर्गीय संजीवन राम का भी 30 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा उनके द्वारा नामित उनकी पत्नी को सौंपा गया। बतौर अतिविशिष्ट मुख्य अतिथि जनपद के जिलाधिकारी उपस्थित थे, उन्होंने अपने संबोधन में होमगार्ड के समर्पित सेवाओं के प्रति कृतज्ञता जताई, और एचडीएफसी बैंक की सैलरी सेवा और त्वरित करवाई की प्रशंसा की। जिलाधिकारी ने विशेष आग्रह करते हुए और सभी होमगार्ड को जागरूक करते हुए कहा की आप सब समाज को सुरक्षित करते हुए कानून व्यवस्था का अनुपालन कराते हुए अपने पीछे अपने परिवार की अनदेखी ना करें। वित्तीय सुरक्षा के उपलब्ध विकल्पों का प्रयोग करें और आपके लिए ये आसान बनाने के लिए सलाहकार के रूप में एचडीएफसी बैंक और अन्य संस्थाएं जुड़ी हैं।मुख्य अतिथि के रूप में होमगार्ड के वरिष्ठ अधिकारी जिला कमांडेंड सुनील कुमार जी उपस्थित थे।मुख्य अतिथि जिला कमांडेंट ने मृतक आश्रित को संबल और ढांढस बढ़ाते हुए कहा की हम होमगार्ड के जीवन में समाज सुरक्षा की जिम्मेदारी प्राथमिकता पर होती है जिसके कारण होनी अनहोनी की अनिश्चितता बहुत रहती है, और सबसे कष्टकारी हो जाता है आर्थिक सुरक्षा का ना होना, जो किसी अपने के खोने के पश्चात पूरे परिवार को तोड़ देता और खत्म कर देता है। एचडीएफसी बैंक अपने सैलरी खाता धारकों के प्रति अपनी संवेदशीलता का परिचय देता है, और अपनी जिम्मेदारियों के तहत ग्राहक के अधिकारों और सुविधाओं के प्रति समर्पित भी रहता है। दुर्घटना बीमा बहुत से बैंक दे रहे हैं, पर सर्वाधिक बीमा राशि, प्रतिबद्धता के साथ मृतक आश्रित को भुगतान और मृतक का सम्मान आपके बैंक संस्कारों और विचारों को प्रदर्शित करता है। हम जानते हैं की मृतक की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता पर आर्थिक बल मृतक के परिवार को भविष्य के लिए एक सहारा दे जाता है।