उत्तराखंड की वादियां इन दिनों फिल्मों की शूटिंग के लिए निर्माताओं और कलाकारों का प्रमुख केंद्र बन गई हैं। इसी सिलसिले में देहरादून में इन दिनों फिल्म “आंखों की गुस्ताखियां” की शूटिंग हो रही है। इस फिल्म में प्रमुख भूमिकाएं निभा रहे हैं विक्रांत मैसी, आरुषि निशंक, और शनाया कपूर।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की फिल्म के सेट पर उपस्थिति
शूटिंग के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म के सेट का दौरा किया और टीम से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में फिल्मों की बढ़ती शूटिंग को राज्य के लिए सकारात्मक अवसर बताते हुए कहा कि इससे प्रदेश की सुंदरता को एक वैश्विक मंच मिलेगा। उन्होंने फिल्म की पूरी टीम को शुभकामनाएं दीं और इस प्रोजेक्ट की सराहना की।
रस्किन बॉन्ड की कहानी पर आधारित फिल्म
“आंखों की गुस्ताखियां” महान लेखक रस्किन बॉन्ड की चर्चित लघु कहानी “द आइज हैव इट” का रूपांतरण है। यह कहानी दो दृष्टिहीन पात्रों के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी अनदेखी दुनिया में भी “आंखों की गुस्ताखियां” दिलचस्प मोड़ लेती हैं।
फिल्म का निर्देशन, पटकथा, और प्रस्तुति इस प्रसिद्ध कहानी को एक नई दृष्टि से दर्शकों के सामने लाने का प्रयास है।
आरुषि निशंक: फिल्म में अहम भूमिका
फिल्म की मुख्य कलाकारों में आरुषि निशंक भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी हैं। आरुषि न केवल एक अभिनेत्री हैं, बल्कि एक फिल्म निर्माता और कथक नृत्यांगना के रूप में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं।
- मीडिया से बातचीत में आरुषि ने कहा:
“आंखों की गुस्ताखियां एक खूबसूरत कहानी है, जिसमें भावनाओं और रिश्तों को गहराई से दिखाया गया है। फिल्म के मुख्य पात्र दृष्टिहीन होने के बावजूद, उनके बीच के रिश्ते में अनोखी मिठास और जटिलताएं हैं, जो दर्शकों को बेहद पसंद आएंगी।”
उत्तराखंड: फिल्मों की शूटिंग के लिए एक उभरता केंद्र
उत्तराखंड अपने शांत वातावरण, खूबसूरत वादियों, और फिल्म-फ्रेंडली नीतियों के कारण आजकल फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा लोकेशन बन गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि:
- “उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता को फिल्मों के जरिए देश और दुनिया में दिखाने का मौका मिल रहा है।”
- राज्य सरकार फिल्म निर्माताओं को सहयोग देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
- शूटिंग के लिए अनुमति प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, और फिल्म इंडस्ट्री को आकर्षित करने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की गई हैं।
फिल्म की टीम और सहयोग
फिल्म में विक्रांत मैसी और शनाया कपूर भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। इन कलाकारों ने देहरादून और आस-पास की लोकेशंस पर शूटिंग का अनुभव साझा किया और उत्तराखंड की मेहमानवाजी और सुंदरता की सराहना की।
फिल्म उद्योग के लिए उत्तराखंड का महत्व
फिल्म “आंखों की गुस्ताखियां” जैसे प्रोजेक्ट्स से उत्तराखंड में पर्यटन और फिल्म इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।
- स्थानीय रोजगार: फिल्मों की शूटिंग से स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को रोजगार के अवसर मिलते हैं।
- पर्यटन प्रोत्साहन: फिल्म में दिखाए गए लोकेशन से राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
- संस्कृति का प्रचार: उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा, और खूबसूरती को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलती है।
“आंखों की गुस्ताखियां” केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में रची गई एक अद्भुत कहानी है, जो राज्य की संभावनाओं को दिखाती है।
फिल्म की कहानी, कलाकारों का प्रदर्शन, और उत्तराखंड की लोकेशंस निश्चित रूप से इसे एक यादगार अनुभव बनाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति ने फिल्म और राज्य के बीच सहयोग को और मजबूत किया है।
दर्शकों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है, जो रस्किन बॉन्ड की कहानी को नए अंदाज में बड़े पर्दे पर पेश करेगी।