नई दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल से शिष्टाचार भेंट की। इस बैठक में जल जीवन मिशन (ग्रामीण) और राज्य में जल विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास कार्यों को गति देने और जनहित में चल रही योजनाओं के लिए केंद्र सरकार का सहयोग मांगा।
जल जीवन मिशन: ग्रामीण जीवन में सुधार
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन (ग्रामीण) के तहत उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयासों से लोगों के जीवन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार हुआ है। उन्होंने इस योजना को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक गेम-चेंजर बताते हुए कहा कि जल आपूर्ति से महिलाओं का श्रम कम हुआ है और बच्चों की स्वास्थ्य स्थितियों में सुधार देखा गया है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आवंटित अवशेष धनराशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ताकि सभी कार्य समय पर पूरे किए जा सकें। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार जल जीवन मिशन के सभी कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करेगी।
जल विद्युत परियोजनाओं पर जोर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं को लेकर विशेष ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने गंगा और उसकी सहायक नदियों के साथ-साथ अन्य नदी घाटियों में स्थित जल विद्युत परियोजनाओं को स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने धौली गंगा पर स्थित पिथौरागढ़ की सेला उर्थि जल विद्युत परियोजना का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि यह परियोजना गंगा बेसिन के बाहर स्थित है और इसलिए इसे स्वीकृति प्रदान करने में कोई तकनीकी बाधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस परियोजना की स्वीकृति से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को तेजी से निपटाने का आग्रह किया।
गंगा संरक्षण और अन्य परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों को लेकर केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गंगा संरक्षण के लिए चल रहे अभियान में उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही, राज्य में जल संसाधन प्रबंधन और नदी विकास के लिए केंद्र सरकार का सहयोग अनिवार्य है।
बैठक के मुख्य बिंदु
- जल जीवन मिशन (ग्रामीण):
- ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति को लेकर चल रही परियोजनाओं पर चर्चा।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आवंटित अवशेष धनराशि को जल्द जारी करने का अनुरोध।
- जल विद्युत परियोजनाएं:
- गंगा और अन्य नदी घाटियों में जल विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति पर जोर।
- पिथौरागढ़ की सेला उर्थि जल विद्युत परियोजना के लिए सभी आवश्यक स्वीकृतियां प्रदान करने की मांग।
- गंगा संरक्षण:
- गंगा और उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ और संरक्षित रखने के लिए सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया।
उत्तराखंड के लिए सकारात्मक कदम
यह बैठक राज्य के विकास और केंद्र-राज्य सहयोग को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से जल जीवन मिशन और जल विद्युत परियोजनाओं से जुड़ी योजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि केंद्र सरकार से मिलने वाले सहयोग से उत्तराखंड के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में विकास को और तेजी मिलेगी।
यह बैठक न केवल उत्तराखंड में बुनियादी ढांचे और जल संसाधन प्रबंधन के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संदेश भी है। राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और केंद्र सरकार का समर्थन मिलकर उत्तराखंड को एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।