मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को उत्तराखंड की पहली जौनसारी फीचर फिल्म “मैरै गांव की बाट” का प्रोमो और पोस्टर लॉन्च किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फिल्म को जौनसार क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, विरासत, और रीति-रिवाजों को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा प्रयास बताया।
जौनसार की संस्कृति का विश्व से परिचय
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से लोग जौनसार की अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं से परिचित होंगे। उन्होंने इसे राज्य की संस्कृति और स्थानीय विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री ने अभिनेता अभिनव चौहान और पूरी टीम को इस प्रयास के लिए बधाई दी।
आंचलिक फिल्मों को सरकार का सहयोग
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार आंचलिक फिल्मों के निर्माण और प्रचार-प्रसार में पूरा सहयोग दे रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय फिल्मों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने नई फिल्म नीति लागू की है। इस नीति के माध्यम से राज्य के स्थानीय कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को अपनी कला दिखाने का अवसर मिलेगा।
गढ़वाल और जौनसार की कहानियां बड़े पर्दे पर
मुख्यमंत्री ने अभिनेता अभिनव चौहान की सराहना करते हुए उनकी पिछली गढ़वाली फिल्म “असगार” का उल्लेख किया, जिसे दर्शकों का अपार प्यार मिला था। उन्होंने कहा कि “मैरै गांव की बाट” जौनसार क्षेत्र की पहली फीचर फिल्म है, जो इस क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगी।
हनोल मंदिर और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हनोल मंदिर के लिए मास्टर प्लान तैयार कर रही है, जिससे यह क्षेत्र तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनोल मंदिर की प्रतिकृति भेंट करने का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार इस क्षेत्र को पर्यटन और धार्मिक महत्व के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
समारोह में विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि मौजूद थे, जिनमें कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, पद्मश्री प्रेमचंद शर्मा, और फिल्म की पूरी टीम शामिल थी।
- निर्माता: आयुष गोयल
- निर्देशक: अनुज जोशी
- मुख्य अभिनेता: अभिनव चौहान
- मुख्य अभिनेत्री: प्रियंका
फिल्म की परिकल्पना केएस चौहान द्वारा की गई है। लॉन्च समारोह में जौनसार की संस्कृति से जुड़े अनेक लोग और फिल्म के निर्माता, प्रस्तुतकर्ता, और कलाकार उपस्थित थे।
नए कलाकारों और सांस्कृतिक परंपरा का प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि “मैरै गांव की बाट” न केवल एक फिल्म है, बल्कि यह जौनसार के लोगों की भावनाओं और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस फिल्म को देखें और उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को और भी व्यापक मंच पर पहुंचाने में योगदान दें।
“मैरै गांव की बाट” उत्तराखंड की क्षेत्रीय संस्कृति और सिनेमा को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में एक नया अध्याय लिखेगी।