बिजली कटौती और चेकिंग के विरोध में “आप” ने निकाला लालटेन जुलूस , आप बोली बिजली विभाग को लूट का अड्डा नही बनने देंगें

0 16

रामपुर:आम आदमी पार्टी ने बिजली विभाग के ख़िलाफ़ आंदोलन कर प्रदेश की प्रदेश सरकार को चेताया इसी क्रम में रामपुर में “आप” के प्रदेश प्रवक्ता फ़ैसल खाँन लाला ज़िलाध्यक्ष अंसार अहमद एवं “आप” के वरिष्ठ नेता एवं रामपुर चेयरमैन पति मामून शाह खान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आसरा-काशीराम कलौनी से होते हुए पहाड़ी गेट बिजली घर तक लालटेन जुलूस निकाल कर बिजली विभाग के खिलाफ ज़बरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया। आप कार्यकर्ता जूलूस के दौरान हाथों में लालटेन, डिबले और टॉर्च लेकर सड़क पर ज़ोरदार नारेबाज़ी करते रहे।

 

इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता फैसल लाला ने कहा जनपद रामपुर में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है। जनता बिजली कटौती से त्राहिमाम कर रही है। पूरे प्रदेश में बिजली कटौती का संकट लोग झेल रहे हैं गर्मी की वजह से लोग बेहाल होकर अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि 21वी सदी में लोगों को बिजली जैसी मूल-भूत सुविधा से सरकार अवाम को वंचित रख रही है। एक तरफ बिजली की कटौती हो रही है तो दूसरी तरफ रामपुर में चेकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं का शोषण किया जा रहा है सूरज डूबने के बाद आधी रात में बिना सक्षम अधिकारी के बिजली विभाग के लोग उपभोक्ताओं के घरों में चोरों की तरह दाखिल हो रहे हैं जबरन उपभोक्ताओं के मीटर उतारे जा रहे हैं और सभी के मीटरों को टेम्पर बताकर रिश्वत की डिमांड की जा रही है जो उपभोक्ता रिश्वत न दे उसको मनमाना नोटिस भेजा जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि बिजली विभाग लूट का अड्डा बन गया है।

 

 

वहीं दूसरी तरफ दिल्ली और पंजाब की सरकारें बिना कटौती 24 घंटे 200 और 300 यूनिट बिजली जनता को फ़्री उपलब्ध करा रही हैं उत्तर प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि जब दिल्ली और पंजाब की सरकारें मुफ्त 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा सकती हैं तो उत्तर प्रदेश की सरकार जनता को बिना कटौती 24 घंटे मुफ़्त बिजली क्यों उपलब्ध नहीं करा सकती ?

 

 

आम आदमी पार्टी ने लालटेन जुलूस के माध्यम से चेतावनी देते हुए कहा कि तुरंत बिजली कटौती बंद की जाए एवं चेकिंग के नाम पर जनता का उत्पीड़न रोका जाए अन्यथा बिजली विभाग के ख़िलाफ़ इसी तरह के आंदोलन आगे भी जारी रहेंगे।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.