रिपोर्ट – अमित शर्मा
मथुरा: अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि से ईदगाह हटाने वाले केस के मुख्य वादी हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा सलमान खुर्शीद ने जो बयान दिया है| वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और धर्म विरोधी हैं|
आपको बता दें सलमान खुर्शीद ने अपने एक बयान में रामराज्य की तुलना निजाम ए मुस्तफा से कर दी| इस बयान पर हिंदूवादी संगठनों में भारी रोष व्याप्त हो गया और हिंदू महासभा की तरफ से राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की और भगवान से प्रार्थना की कि सलमान खुर्शीद की बुद्धि को भगवान शुद्ध करें| दिनेश शर्मा ने कहा कि राम राज्य में सभी लोगों में समानता का अधिकार था, अपराध ना के बराबर था| संत ब्राह्मण और गौ माता को पूजा जाता था| रामराज में भगवान श्रीराम ने अपराधी रावण का संहार किया और जीता हुआ राज्य उसके भाई विभीषण को लौटा दिया|
राम राज्य में अपराधी राजा बाली का वध किया गया और उसका राज्य उसके भाई सुग्रीव को दिया गया| हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि निजाम ए मुस्तफा में गैर मुस्लिमों को काफिर कहा जाता था और गौ हत्या होती थी| गैर मुस्लिमों के लोगों पर अत्याचार होता था| शरिया कानून लगाया जाता था| लोगों में समानता का अधिकार नहीं था| बहन बेटियों को गंदी नजर से देखा जाता था| निजाम ए मुस्तफा में गैर मुस्लिमों के मठ मंदिरों पर कब्जा किया जाता था| इसलिए राम राज्य और निजाम ए मुस्तफा की तुलना करना बहुत ही निंदनीय है| हिंदू महासभा सलमान खुर्शीद के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करती है और सलमान खुर्शीद की बुद्धि को शुद्ध करने के लिए हिंदू महासभा के कार्यकर्ता हवन और पूजा पाठ करेंगे|