सभापति ने एडीओ सहकारिता और सचिब पुत्र लगाए भ्रस्टाचार और मनमानी के आरोप
बदायूँ ब्यूरो रिपोर्ट
ककराला साधन सहकारी समिति के सभापति जाहिद अली ने एडीओ सहकारिता,सचिब पुत्र और सहकारी बैंक के मैनेजर पर गबन,घोटाला और मनमानी करने के गंभीर आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री से जांच एवं कार्यवाही की मांग की है। समिति के सभापति जाहिद खान ने बताया कि काफी बर्षों से स्वर्गीय नॉन कैडर सचिव की मृत्यु के उपरांत समिति को सील कर दिया गया तथा सचिब का चार्ज एडीओ सहकारिता रमेश सिंह को दे दिया गया।एडीओ सहकारिता ने चार्ज लेने के बाद समिति के सदस्यों और सभापति को बिना बताए और बुलाये सील खुलवा दी इसके बाद एडीओ ने सचिब के पुत्र को फर्जी तरीके से नियुक्त कर अपने साथ करके समिति पर बिचौलियों से फर्जी धान खरीद कर ली।साथ ही सचिव पुत्र का बेतन भी निकाला। प्रदेश सरकार द्वारा ऋण माफी की गई जिसमें एडीओ सहकारिता ने जमकर घपला और भ्रस्टाचार किया है तथा किसानों और सभापति के नाम से ऋण दर्शा कर ऋण माफी भी करा ली जबकि किसी भी किसान ने लोन लिया ही नही।
सभापति ने बताया कि अब तक समिति पर कोई बैठक नही की गई है तथा बिना बैठक कार्यवाही रजिस्टर हस्ताक्षर करने को भेज दिया जाता है।समिति पर कमीशनखोरी कर किसान हित को नगण्य किया जाता रहा है।
पदाधिकारियों अधिकारियों के चक्कर मे किसान हलकान समिति के झगड़े में किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है व अभी समिति पर खाद उपलब्ध नही हो सकी है।हुआ ये एडीओ सहकारिता ने गुड फ़ॉर पेमेंट चेक यूरिया उपलब्ध कराने को भी भेजा जिस पर सभापति और अपनी मोहर लगा दी तथा हस्ताक्षर नही किये न ही तारीख डाली न स्वयं आये बल्कि सहकारी बैंक के मैनेजर फराज और चपरासी को चेक पर साइन कराने को भेज दिया।जिस पर सभापति जाहिद और सदस्य खालिद महमूद ने यूरिया गबन न हो ,उस चेक को रोक लिया। बैंक मैनेजर ने साइन न करने की दशा में चेक बापस करने का दबाब भी बनाया ।जिस पर सभापति ने मुख्य बिकास अधिकारी को चेक और प्रकरण से अबगत कराया ।जाहिद खान ने बताया कि
बिगत बर्षों में इसी प्रकार पीसीएफ 3105 एमटी उर्बरक की गड़बड़ी की गई थी। समिति के खाते सील होने के बाबजूद शाखा प्रबंधक ने एडीओ से मिलकर लेन देन किये है।और विना बोर्ड की सहमति के सचिव पुत्र का वेतन भी निकाला गया जिसकी सूचना एसी/एआर यानि बदायूं को दी गई है।
फर्जी ऋण माफी का किसने उठाया फ़ायदा
कृषकों और सभापति के नाम से फर्जी ऋण माफी कराई गई जिसका फ़ायदा स्वयं ले लिया ।इसकी शिकायत पीड़ित कृषकों ने एसी/एआर बदायूं को इस संबंध में शपथ पत्र भी दिए है।
इन कृषकों के नाम हुई फर्जी ऋणमाफी-
1.जाहिद अली पुत्र जाकिर अली निबासी ककराला (सभापति)
2.शफ़ी आलम पुत्र रब्बे अली ककराला
3.नवी आलम पुत्र रब्बे अली ककराला
4.अब्दुल शमद पुत्र अब्दुल बकील ककराला
अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो इस फ़ेहरिस्त में और भी नामों का शुमार हो जाएगा।
एडीओ पर कहाँ कहाँ का चार्ज
एडीओ सहकारिता रमेश सिंह पर अपने पद के साथ साथ दातागंज,समरेर,म्याऊ,कादरचौक उझानी,सहसवान,दहगंबा,ककराला
फिलहाल समिति के सभापति और सदस्यों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।