कांग्रेस भवन, राजपुर रोड, देहरादून में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने केंद्र सरकार पर आईएमपीसीएल (मोहन, अल्मोड़ा) के निजीकरण का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय के तहत कार्यरत यह सरकारी संस्थान प्राचीन शास्त्रीय विधि से आयुर्वेदिक और यूनानी औषधि निर्माण करता है और मुनाफे में होने के बावजूद इसे पूंजीपति मित्रों को बेचने की साजिश की जा रही है।
माहरा ने आरोप लगाया कि आईएमपीसीएल के प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार भाजपा नेता रामलाल अग्रवाल के भांजे संजय गुप्ता के साथ मिलकर निजीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। गुप्ता की कंपनियों को प्रमुख बोलीदाता बताया गया, जिनमें से कई सेल कंपनियों का उपयोग संपत्ति छिपाने और अनियमितताओं के लिए किया जा रहा है। उन्होंने इस प्रक्रिया को हजारों कर्मचारियों और आयुर्वेदिक परंपराओं के खिलाफ बताया।
माहरा ने मांग की कि आईएमपीसीएल के निजीकरण प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए और संजय गुप्ता व उनकी कंपनियों की भूमिका की स्वतंत्र जांच हो। विरोध जारी रखने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस पर ध्यान नहीं देती, तो कांग्रेस आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
इसके अलावा, करन माहरा ने खाद्यान्न परिवहन बिलों के लंबे समय से लंबित भुगतान का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि कोरोना काल से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और अन्य योजनाओं के तहत गेहूं, चावल, दाल, नमक आदि के परिवहन बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। इससे ठेकेदार और संबंधित लोग प्रभावित हो रहे हैं, जिससे आम जनता को इन योजनाओं का समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है।
पत्रकार वार्ता में मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह और राजकुमार जायसवाल उपस्थित रहे।