कंडोली की 12 हजार की आबादी को तीन दिन में एक बार मिल रहा पानी
सहसपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कंडोली को तीन दिन में एक बार ही पानी नसीब हो रहा है। ग्रामीणों को आस थी मार्च में जल जीवन मिशन की नई पेयजल योजना का काम पूरा होने के बाद पेयजल किल्लत दूर हो जाएगी, लेकिन डेडलाइन पूरी होने के बाद भी घरों में पानी नहीं पहुंचा है। अब गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजल संकट गहराने लगी है। पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी ग्राम पंचायत कंडोली क्षेत्र में है। यही कारण है यहां तेजी से स्थाई और अस्थाई जनसंख्या बढ़ रही है। करीब 35 साल पहले यहां 200 परिवारों के लिए पेयजल योजना का निर्माण किया गया था, लेकिन जनसंख्या बढ़ने से योजना फेल हो गई। वर्ष 2007 में 300 परिवारों को स्वजल योजना के तहत नई पेयजल योजना से जोड़ा गया। जनसंख्या में निरंतर वृद्धि के साथ पानी की मांग लगातार बढ़ती रही। ग्राम पंचायत में मौजूदा समय 1400 परिवार रहते हैं और जनसंख्या करीब 12 हजार है। यही कारण कि ग्राम पंचायत के एक मजरे में तीन दिन में एक बार पानी की आपूर्ति की जाती है। हाल यह है कि ग्रामीणों को टैंकर मंगवा कर अपनी और मवेशियों की प्यास बुझानी पड़ती है। वर्ष 2022 में ग्राम पंचायत के लिए जल जीवन मिशन के तहत 3.50 करोड़ की नई पेयजल योजना पर काम शुरू किया गया था। क्षेत्र में 25 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जानी है। योजना के निर्माण को दो वर्ष बीत चुके है। मार्च में योजना की डेडलाइन पूरी हो गई है। कंडोली के ग्राम प्रधान मुकेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में जलसंस्थान की कई वर्ष पुरानी पाइपलाइन से ग्राम पंचायत में पानी की आपूर्ति की जा रही है। लाइन जर्जर और पानी का प्रेशर भी बहुत कम है। जल जीवन मिशन के तहत नई लाइन बिछाई जा रही है। योजना से पानी की आपूर्ति शुरू होने के बाद पेयजल किल्लत दूर हो जाएगी। पेयजल निगम के सहायक अभियंता मनोज जोशी ने बताया कि पेयजल योजना का कार्य अंतिम चरण में है। योजना से 600 परिवार लाभांवित होंगे। मई में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।