डाइटिशियन एंड वैलनेस एक्सपर्ट शिल्पी गोयल ने बताया कि डैश डाइट एक हेल्दी डाइट है। जिसका फुल फॉर्म- Dietary Approaches to Stop Hypertension है। इसमें ऐसे मिनरल्स वाले खाद्य पदार्थों को खाने पर जोर दिया जाता है, जो हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसमें ओवरऑल हेल्थ में सुधार हो पाता है।
अनहेल्दी डाइट कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को बुलावा देता है। प्रोसेस्ड फ़ूड, डीप फ्राइड और बासी भोजन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को आमंत्रण देते हैं। खानपान की गड़बड़ियों और ख़राब लाइफस्टाइल से हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और हार्ट डिजीज भी हो सकती हैं। इससे हाई ब्लडप्रेशर की समस्या भी हो सकती है। इसलिए सबसे अधिक जरूरी है लिए जा रहे भोजन पर ध्यान देना। इससे न सिर्फ ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है, बल्कि ओवरऑल हेल्थ में भी सुधार होता है। यह आहार मुख्य रूप से हाई ब्लडप्रेशर मरीज के लिए डिजाइन (DASH Diet) किया गया है।
फ़ूड एन्ड न्यूट्रीशन जर्नल के अनुसार, डैश डाइट हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह हृदय रोग से जुड़े कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद कर सकता है। यह कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इस तरह से यह हार्ट फ्रेंडली भी है।
पोषक तत्वों से भरपूर है ये डाइट (Nutritional facts of DASH Diet)
यह आहार सब्जियों, फलों और साबुत अनाज परआधारित है। इसमें फाइट लेस या कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, मछली, पोल्ट्री, बीन्स और नट्स भी शामिल किये जाते हैं। डैश डाइट खाद्य पदार्थ मिनरल पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। इसमें उन खाद्य पदार्थों को नहीं के बराबर लिया जाता है, जिनमें नमक की मात्रा अधिक होती है।
इसमें पूरी तरह सोडियम कंट्रोल किया जाता है। यह सैचुरेटेड फैट एडेड शुगर को भी कंट्रोल कर देता है। प्रोसेस्ड मीट, फैटी मीट और होल फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट को इसमें शामिल नहीं किया जाता है।
कैसे करता है हाई ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल (DASH Diet control high blood pressure)
डैश डाइट संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल को सीमित कर देती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर उन खाद्य पदार्थों के सेवन पर जोर देती है, जिनसे हाई ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल होने में मदद मिलती है। इसमें प्रोटीन और फाइबर के अलावा पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम, प्रोटीन और फाइबर जैसे मिनरल मुख्य रूप से होते हैं, जो प्रेशर को कंट्रोल करते हैं।