रिपोर्ट: आकाश
पिथौरागढ़ जिले में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। बीते दिन आसमान में बादल मंडरा रहे थे लेकिन मंगलवार मौसम साफ रहा। हालांकि ऊंची चोटियां बादलों से ढकी हैं। हिमालयी क्षेत्रों में बादल छाए रहने से निचले इलाकों में भी ठंड का असर बढ़ गया है। सुबह-शाम लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर लोग शाम होते ही ठंड से बचने को आग का सहारा ले रहे हैं।
पर्वतीय क्षेत्र में काफी समय से बारिश नहीं हुई है। पिछले तीन-चार दिन से आसमान में बादल छाए रहने से लोगों को उम्मीद थी कि बदरा बरसेंगे लेकिन वह दगा दे गए। जमीन में नमी नहीं होने से कई जगहों पर जंगलों से भी धुआं उठता दिख रहा है। पंचाचूली, राजरंभा, नाग्निधुरा, नेपाल स्थित धौलगिरी सहित हिमालय की अधिकांश चोटियां बर्फ नहीं पिघलने से काली पड़ चुकी हैं जो पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पा रही हैं।
पर्यटक आवास गृह चौकोड़ी के प्रबंधक दीप पंत ने बताया कि यहां से दिखने वाले हिमालय का आकर्षक नजारा बादलों से ढका हुआ है। हालांकि मौसम साफ रहने से दिन में धूप तेज पड़ रही है। रात को पाला गिरने से सुबह के समय ठंड का असर बढ़ गया है। मुनस्यारी, डीडीहाट, बेड़ीनाग, गंगोलीहाट, कनालीछीना समेत नदी तट से लगे गांवों में लोग कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लकड़ी जलाकर आग सेंक रहे हैं। बदलते मौसम के चलते सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीज भी बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए चिकित्सकों ने लोगों से ठंड से बचाव करने, खानपान में परहेज करने की नसीहत दी है
