उत्तराखंड में पहाड़ों पर बनेंगे दो नए योग नगर और आध्यात्मिक आर्थिक क्षेत्र

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रिपोर्ट: आकाश

 

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11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उत्तराखंड और देश को पहली योग नीति की सौगात मिल गई। इस दौरान सीएम ने योग नीति का शुभारंभ कर पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए योग नगर बसाने और दो आध्यात्मिक आर्थिक क्षेत्र स्थापित करने की घोषणा की। कहा, पर्वतीय राज्य की इस संजीवनी का पूरे विश्व को लाभ दिया जाएगा

 

शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में आयोजित योग दिवस कई मायनों मेंं ऐतिहासिक रहा। एक ओर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी में आठ मित्र राष्ट्रों के राजदूत, उच्चायुक्त सहित अन्य प्रतिनिधि पहुंचे तो दूसरी ओर प्रदेश और देश को पहली योग नीति की सौगात मिली।

 

 

इसके साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैंण से पर्वतीय क्षेत्र में दो नए योग नगर बसाने की घोषणा की। जो आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। इसमें संपूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े समूह, आध्यात्मिक गुरु, संस्थानों को आमंत्रित किया जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक आध्यात्मिक आर्थिक क्षेत्र (स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन) की स्थापना करेगी।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि वर्ष 2030 तक राज्य में पांच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

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