सीएनजी बसों में यात्रा करना बन रहा यात्रियों के लिए फजीहत ,दो प्रकरण आए सामने जब बीच रास्ते में खत्म हो गई सीएनजी

रोडवेज प्रबंधन का कहना हल्द्वानी से दिल्ली आने जाने में 105 किलो सीएनजी होती है खर्च

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हल्द्वानी:  प्रदूषण को कम करने हेतु उत्तराखंड परिवहन निगम ने सीएनजी बसों का संचालन शुरू कर दिया है। हल्द्वानी डिपो के पास इस वक्त 12 बसें हैं। इन बसों का संचालन हल्द्वानी से दिल्ली के लिए किया जा रहा है। यह सभी बसें अनुबंधित हैं। वहीं शुरूआती चरण में सीएनजी बसों का संचालन शुरू होते ही तमाम परेशानियां भी सामने आ रही हैं और जिसका असर सबसे ज्यादा यात्रियों पर पड़ रहा है

 

24 परिचालकों की भी कमी

आपको बता दें कि अभी एक दिन पूर्व ही खबर आई थी कि तीन बसों का संचालन ठप पड़ा है।जिसके पीछे परिचालकों के नहीं होने की वजह ठहराई गई थी। उधर पिछले 2 दिन से सीएनजी खत्म होने की वजह से बस बीच रास्ते में ही रुक गई हैं

रविवार को गाड़ी संख्या Uk07pa 5114 दिल्ली से हल्द्वानी पहुंची लेकिन वापसी में बस पिलखुवा में सीएनजी गैस के खत्म होने की वजह से बंद हो गई और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बस में उस वक्त करीब 40 यात्री सवार थे, जिन्हें दूसरी बस से गंतव्य तक भेजा गया वही आनंद विहार से भी इसी तरीके का का एक मामला सामने आया है जहां बस की गैस खत्म हो गई हल्द्वानी बस स्टेशन इंचार्ज इंदिरा भट्ट ने बताया कि अनुबंधित बस स्वामियों को विभाग दिल्ली से हल्द्वानी दोनो तरफ़ यात्रा के लिए 104 किलो सीएनजी मुहैया करा रहा है। इससे ज्यादा सीएनजी अगर यात्रा में लगती है तो उसका भुगतान खुद बस स्वामी को करना पड़ेगा, बस के सीएनजी टैंक की क्षमता 135 किलो की है जिसमें 104 किलो सीएनजी रोडवेज प्रबंधन द्वारा वहन की जाती है,

 

इतनी गैस में दिल्ली से आना-जाना करना होता है। वहीं उन्होंने बताया कि इन अनुबंधित बसों के मालिकों द्वारा भी मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछ तकनीकी खामी पैदा की जा रही है जिसके वजह से यात्रियों की फजीहत हो रही है।

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