ब्यूरो रिपोर्ट
खबर उत्तराखंड के देहरादून से है जहा पर इन दिनों मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में वरिष्ठ अभियंता /कर्मचारियों में बेचैनी का माहौल है। दरसल मिली जानकारी के मुताबिक़ शासन की तरफ से मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में नये कनिष्ठ अभियंताओं को भेजा गया है जिस क्रम में आउट्सोर्सिंग और पीएमयू से भर्ती अभियंताओं को हटाना प्रधिकरण की मजबूरी बन गया है आउटसोर्सिंग से लगाए गए इन अभियंताओं में से कई अभियंता प्राधिकरण में अभियंताओं और कर्मचाररियो के रिश्तेदार है। आउटसोर्सिंग से लगाए इन रिश्तेदारों के दम पर ही एक वरिष्ठ अभियंता द्वारा अवैध निर्माणों का बड़ा खेल खेला जाता रहा है। मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अभियंता द्वारा जिन आउटसोर्सिंग से लगे जिन कनिष्ठ अभियंताओं को हटाया जाना है उनको एमडीडीए में अन्य किसी पद पर दुबारा लगाए जाने के लिए वरिष्ठ अभियंता द्वारा नये नये तरिके खोजे जा रहे है। सूत्रों की माने तो इन कनिष्ठ अभियंताओं को दुबारा एमडीडीए में लगाने के नाम पर पचास-पचास हजार रूपये की रकम भी ली जा रही है एमडीडीए में बने रहने के लिए एवं अवैध निर्माणों में लिप्त रहने के लिए आउटसोर्सिंग से निकाले जाने वाले यह कनिष्ठ अभियंता इससे छोटे पद पर भी कार्य करने को तैयार है। हालंकि इस बात में कितनी सत्यता है ये तो आने वाला वक्त बताएगा परन्तु यह देखने वाली बात होगी की वरिष्ठ अभियंता द्वारा अपने रिश्तेदारों को लगाने के लिए किस हद तक नियमो से खेला जायेगा। ये भी बड़ा सवाल उठता है की इतने बेरोजगारो में से एमडीडीए द्वारा कुछ चंद लोगो को ही बार -बार आउटसोर्सिंग के माध्यम से क्यों रखा जाता है।