हत्याकांड का मास्टरमाइंड निकला ‘फौजी’, फिरौती देने वाला खुद बना शिकार

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देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी और उसके सहयोगी अफजल मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। घटना प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी विवाद के कारण हुई। जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी फौजी ने मृतक को मारने के लिए अपने साथी अर्जुन को धनराशि का लालच देकर हत्या करवायी।


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हत्या का कारण और विवाद

  • मंजेश और फौजी के बीच विवाद:
    प्रॉपर्टी डीलिंग के साझेदारी विवाद में मृतक मंजेश और फौजी के बीच विवाद हो गया था। मंजेश आधी हिस्सेदारी मांग रहा था, जिससे फौजी को भारी आर्थिक नुकसान होने की संभावना थी।
  • मंजेश का फौजी को मारने का प्लान:
    मंजेश ने अर्जुन को सुपारी देकर फौजी को मारने की योजना बनाई थी। लेकिन अर्जुन ने यह बात फौजी को बता दी, जिसके बाद फौजी ने उल्टा मंजेश की हत्या की साजिश रची।

हत्या की योजना

  • फौजी ने अर्जुन और सचिन को 10 करोड़ रुपये का वादा किया।
  • सचिन और अर्जुन ने पार्टी के बहाने मंजेश को बुलाया।
  • शराब पिलाने के बाद मंजेश की गला घोंटकर हत्या कर दी।

हत्या के बाद की घटनाएँ

  • सबूत और सामान चुराना:
    हत्या के बाद अभियुक्तों ने मंजेश की गाड़ी की चाबी, सोने की चेन, और अंगूठी अपने पास रख ली।
  • शव ठिकाने लगाने में असफलता:
    अभियुक्त शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस के आने से डरकर फरार हो गए।

पुलिस जांच और गिरफ्तारी Dehradun police News

  • तुरंत कार्रवाई:
    पटेलनगर पुलिस और एसओजी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले 24 घंटे में सचिन को गिरफ्तार किया।
  • मुख्य अभियुक्त का पता:
    अर्जुन के हरियाणा भागने और कोर्ट में आत्मसमर्पण की योजना बनाने की सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे झज्जर कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया।
  • मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी:
    अर्जुन की सूचना पर पुलिस ने मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी और अफजल मलिक को गिरफ्तार किया।

बरामदगी

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  • मृतक की सोने की चेन और अंगूठी।
  • मृतक की कार की चाबी।

पुलिस टीम को पुरस्कार

घटना का सफल खुलासा करने पर एसएसपी देहरादून ने पुलिस टीम को ₹10,000 का पुरस्कार देने की घोषणा की।


गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी

  1. संजय उर्फ फौजी: मुख्य आरोपी।
  2. अर्जुन: हत्या का सह-अभियुक्त।
  3. सचिन: हत्या में सहयोगी।
  4. अफजल मलिक: हत्या के बाद सबूत छिपाने में मददगार।

 

इस घटना ने दिखाया कि प्रॉपर्टी विवाद कैसे जानलेवा बन सकता है। देहरादून पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई ने मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।

 

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