गाजियाबाद: सावन की शुरुआत के साथ ही शिवभक्तों में कांवड़ यात्रा निकालने की होड़ मच गई है। जहां देखिए वहीं शिवभक्तों का सैलाब दिखाई दे रहा है। हर जगह कांवड़ लिए शिवभक्त नजर आ रहे हैं।
मान्यता है कि कांवड़ यात्रा से ‘अश्वमेघ यज्ञ’ जितना पुण्य मिलता है। कांवड़ यात्रा के दौरान बोल-बम के नारों से पूरा देश गूंज उठा है। इसी बीच एक शख्स ने कुछ ऐसा काम किया है, जिसने देशभर के लोगों का दिल जीत लिया है। यह शिवभक्त ऐसी कांवड़ यात्रा पर निकला है, जिसे देखकर लोग अपना दिल हार बैठे हैं। इसके साथ ही इस शिवभक्त को कलयुग का ‘श्रवण कुमार’ कहा जाने लगा है।
गाजियाबाद से होकर खुर्जा मे पहुंचने वाले देव जो की अपनी माता जी को हरीद्वार से पदयात्रा करते हुए खुर्जा के धराऊ जिला बुलंदशहर के लिए जा रहे है
देव ने बताया कि ये 1 जुलाई को हरीद्वार से एक तरफ़ अपनी माता जी को और एक तरफ़ गंगा जल जो की करीब 61 लीटर है दोनो तरफ का वजन कुल मिलकार 116 किलो होता है।
कावंरिया देव ने बताया कि इनकी माताजी की उम्र 101 वर्ष पूरी हो चुकी है।
और वह चाहते थे कि वह अपनी माता जी का लेकर कावड़ के रूप में लेकर आए इस बीच उन्हें बारिश की वजह से कई जगह पर जलभराव की समस्या से दो-चार होना पड़ा लेकिन उनके मन के अंदर मात्र भक्ति थी जिस मात्र भक्ति की खातिर हरिद्वार से चलकर गाजियाबाद के रास्ते खुर्जा पहुंच रहे हैं मुरादनगर में मौजूद गौ रक्षा दल के कार्यकर्ता गुलशन राजपूत ने उनके साथ पैदल चलकर मुरादनगर पार करवाया