देहरादून (रायपुर): रायपुर क्षेत्र में एक युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में मुख्य अभियुक्त और उसके दो दोस्तों पर आरोप लगाए गए थे, लेकिन पुलिस जांच में दोस्तों की संलिप्तता नहीं पाई गई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन और गवाहों के बयानों के आधार पर पुष्टि की है कि घटना के समय अभियुक्त के दोस्त अलग-अलग स्थानों पर थे।अभियुक्त अभिषेक ने किया दुष्कर्म की पुष्टि
पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि मुख्य अभियुक्त अभिषेक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, अभिषेक ने पीड़िता को दोपहर करीब 12 बजे रायपुर के 4 नंबर चक्की ऑटो स्टैंड से अपने साथ पैदल-पैदल चलकर अपने मैजिक वाहन तक पहुंचाया। इसके बाद अभियुक्त ने उसे किद्दूवाला इलाके में एक सुनसान जगह पर ले जाकर दुष्कर्म किया। लगभग दो घंटे बाद, अभियुक्त पीड़िता को वापस उसी स्थान पर ले आया।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि अभियुक्त ने घटना के दौरान अपने एक ड्राइवर दोस्त से फोन लेकर अपने अन्य दोस्तों से बातचीत की थी, जिसकी पुष्टि मैजिक वाहन के चालक ने भी की है। चालक के अनुसार, उस समय वाहन में केवल अभियुक्त और पीड़िता मौजूद थे, और कोई अन्य व्यक्ति साथ नहीं था।
घटना के समय अभियुक्त के दोस्तों की मौजूदगी को लेकर किए गए आरोपों की जांच के बाद, पुलिस ने उन्हें निर्दोष पाया। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की गहन जांच के बाद यह पुष्टि हुई कि अभियुक्त के दोस्त घटना के वक्त अलग-अलग स्थानों पर थे। इस बारे में स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की गई, जिन्होंने गवाह के रूप में यह पुष्टि की कि अभियुक्त के दोस्त घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे।
पुलिस ने मामले की जांच को और प्रभावी बनाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। पीड़िता के बयान 180 बीएनएसएस के तहत दर्ज किए जा चुके हैं और जल्द ही मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस ने इस संवेदनशील मामले की गहराई से छानबीन करने के लिए चार तकनीकी टीमों का गठन किया है, जो सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और अन्य तकनीकी साक्ष्यों का अवलोकन करेंगे।
इस मामले में महिला उप निरीक्षकों की एक विशेष टीम भी बनाई गई है, जो पीड़िता और अन्य संबंधित पक्षों से साक्ष्य संकलन कर रही है। एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) के कर्मियों को भी इस मामले में तकनीकी सहायता के लिए नियुक्त किया गया है, ताकि साक्ष्यों का समुचित परीक्षण और विश्लेषण किया जा सके।
डॉक्टरों के अनुसार, पीड़िता की स्थिति सामान्य बताई गई है। पुलिस ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है कि पीड़िता की मेडिकल जांच में किसी तरह की गंभीर चोट या अन्य जटिलताओं की रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच तेजी से और निष्पक्ष तरीके से की जा रही है, और अभियुक्तों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी