देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में रविवार को आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभंकर ‘मोनाल’, लोगो, जर्सी, एंथम, मशाल और टैगलाइन “संकल्प से शिखर तक” का भव्य अनावरण किया। इस मौके पर भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए योग और मलखंभ को राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बनाए जाने की जानकारी दी।
इस भव्य आयोजन ने उत्तराखंड की संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और खेल भावना को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में अद्भुत लाइट एंड साउंड शो ने राज्य की विशिष्टता को पूरे देश के सामने प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।
शुभंकर ‘मोनाल’ और लोगो की थीम
शुभंकर मोनाल, उत्तराखंड का राज्य पक्षी, राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और विविधता का प्रतीक है।
- लोगो उत्तराखंड के विभिन्न रंगों और प्राकृतिक संपदा को दर्शाता है।
- मशाल को राष्ट्रीय एकता और सामूहिक प्रयास का प्रतीक माना गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रतीक न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करेंगे, बल्कि राज्य की पहचान को पूरे भारत में प्रचारित करेंगे।
योग और मलखंभ को मिली जगह
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर भारतीय ओलंपिक संघ ने योग और मलखंभ जैसे पारंपरिक खेलों को राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया।
- यह कदम भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और उसे वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
- डॉ. पीटी उषा ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे खेल और संस्कृति के संगम का प्रतीक बताया।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारी
मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए राज्य सरकार की तैयारियों पर प्रकाश डाला:
- 500 करोड़ रुपये की अवस्थापना सुविधाओं का प्रावधान किया गया है।
- नए खेल मैदानों, स्टेडियम और स्विमिंग पूल का निर्माण।
- वाटर स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, साइकिलिंग ट्रैक, और शूटिंग रेंज को विकसित किया जा रहा है।
- पर्वतीय क्षेत्रों में छोटे खेल स्टेडियमों का निर्माण, ताकि स्थानीय खिलाड़ियों को भी अवसर मिल सके।
खेलों में खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रावधान
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए कई घोषणाएं कीं:
- खेल विश्वविद्यालय का निर्माण:
- राज्य में एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की योजना।
- पुरस्कार राशि दोगुनी:
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि को दोगुना किया गया।
- खेलों में आरक्षण:
- खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण पुनः लागू किया गया।
- सरकारी नौकरियां:
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां प्रदान की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत एक खेल महाशक्ति के रूप में उभर रहा है।
- फिट इंडिया मूवमेंट और खेलो इंडिया जैसी योजनाओं ने देश में खेल संस्कृति को मजबूत किया है।
केंद्र सरकार का समर्थन
केंद्रीय खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि उत्तराखंड को खेल विकास में केंद्र सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार भारत में ओलंपिक की मेजबानी कराने के लिए भी प्रयासरत है।
राष्ट्रीय खेलों का महत्व
राज्य सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ के इस संयुक्त प्रयास ने उत्तराखंड को एक खेल गंतव्य के रूप में प्रस्तुत किया है।
- 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष के साथ मिलकर इसे और खास बनाता है।
- यह आयोजन राज्य में वेलनेस टूरिज्म और खेल संस्कृति को बढ़ावा देगा।
प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य लोगों ने शिरकत की:
- डॉ. पीटी उषा, अध्यक्ष, भारतीय ओलंपिक संघ
- रेखा आर्या, उत्तराखंड खेल मंत्री
- सतपाल महाराज, कैबिनेट मंत्री
- विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, सचिव शैलेश बगोली, और खेल निदेशक प्रशांत आर्य
- राज्य ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी और अन्य गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम का संचालन आरजे काव्य ने किया।
38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर समारोह न केवल उत्तराखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। योग और मलखंभ जैसे पारंपरिक खेलों को राष्ट्रीय खेलों में शामिल करने का कदम हमारी सांस्कृतिक धरोहर और खेल परंपरा को संरक्षित करने में मदद करेगा।
इस आयोजन ने उत्तराखंड को एक खेल गंतव्य और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक नया आयाम दिया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार की तैयारियां और खिलाड़ियों को दिए गए प्रोत्साहन आने वाले समय में उत्तराखंड को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल मंच पर गौरव दिलाने में सहायक साबित होंगे।