डा० मनमोहन सिंह, भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री और देश के प्रख्यात अर्थशास्त्री के निधन पर उत्तराखंड सहित पूरे देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार उत्तराखंड में दिनांक 26 दिसंबर, 2024 से 1 जनवरी, 2025 तक (दोनों दिन सम्मिलित) यह शोक मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय शोक के दौरान निर्देश
- राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा:
राष्ट्रीय शोक के दौरान उन सभी स्थानों पर, जहाँ राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है, ध्वज आधे झुके रहेंगे। - कोई शासकीय मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे:
शोक की अवधि में राज्य में कोई भी शासकीय मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। - सरकारी कार्यालयों और संस्थानों को दिशा-निर्देश:
सभी शासकीय और सार्वजनिक संस्थानों को गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
डा० मनमोहन सिंह का योगदान
डा० मनमोहन सिंह भारत के 1991 के आर्थिक सुधारों के जनक माने जाते हैं और दो बार (2004-2014) देश के प्रधानमंत्री रहे। उनकी विद्वता, दूरदृष्टि और सादगी ने उन्हें भारतीय राजनीति का एक अद्वितीय व्यक्तित्व बनाया।
प्रदेशवासियों की श्रद्धांजलि
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डा० मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा:
“डा० मनमोहन सिंह ने देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और विकास के पथ पर अग्रसर करने में अमूल्य योगदान दिया। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है।”
राष्ट्रीय शोक का महत्व
यह राष्ट्रीय शोक न केवल डा० मनमोहन सिंह के प्रति देश की श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है, बल्कि उनके द्वारा किए गए कार्यों और उनके योगदान को याद करने का अवसर भी है। उनके आदर्श और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।
“भारत डा० मनमोहन सिंह के योगदान को हमेशा स्मरण रखेगा।”