देहरादून- बंशीवाला स्थित जैमिनी पैकटेक प्रा. लि. की निर्माणाधीन ओकवुड अपार्टमेंट्स परियोजना पर एमडीडीए (मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण) की जांच में अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। जांच में पाया गया कि बिल्डर ने तथ्यों को छिपाकर और मानकों की अनदेखी कर नक्शा पास कराया। मामला और भी गंभीर हो गया है क्योंकि परियोजना में ग्रीन एरिया, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, और मार्ग की चौड़ाई से जुड़े मानकों का उल्लंघन सामने आया है।
प्रमुख आरोप
- झूठे तथ्यों पर नक्शा पास
- बिल्डर ने 7.5 और 9 मीटर चौड़े मार्गों को 12 मीटर दिखाकर नक्शा पास कराया।
- एमडीडीए की जांच टीम ने इसे मानकों का उल्लंघन करार दिया।
- नक्शा पास करने में अभियंताओं और अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है।
- ग्रीन एरिया में अतिक्रमण
- ग्रीन एरिया का उपयोग पार्किंग और अन्य निर्माण के लिए किया गया।
- पुलिस हस्तक्षेप के बाद ग्रीन एरिया में खोदाई का कार्य बंद कराया गया।
- सेरेन ग्रीन्स विला के रेजिडेंट्स की शिकायतें
- ग्रीन एरिया, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, और मार्गों पर कब्जे को लेकर रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी द्वारा लगातार शिकायतें दर्ज की गईं।
- मार्गों का जुड़ाव और ग्रीन एरिया में दखल प्रमुख विवादों में शामिल है।
- पार्किंग निर्माण में अनियमितता
- जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन एरिया के माध्यम से प्रस्तावित भूमि पर पार्किंग का निर्माण किया गया।
- यह कार्य भी नियमों की अनदेखी करके किया गया।
जांच रिपोर्ट का निष्कर्ष
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी द्वारा गठित जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा:
- बिल्डर ने नक्शा पास कराने में तथ्यों को छिपाया।
- सहायक अभियंता और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों ने तथ्यों की अनदेखी की।
- निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं है और अवैध निर्माण पर रोक लगाई जानी चाहिए।
एमडीडीए की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
- जांच जारी, कार्रवाई की उम्मीद
- एमडीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर अवैध नक्शा पास कराने वालों और निर्माण कार्य में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
- निर्माण पर रोक लगाने के आदेश की भी संभावना है।
- अधिकारी और अभियंताओं की भूमिका पर सवाल
- नक्शा पास करने वाले सहायक अभियंता ने कहा कि उन्होंने फाइल पर आपत्ति लगाई थी।
- लेकिन अधीक्षण अभियंता ने दबाव में फाइल पास कराई।
बिल्डर का पक्ष
- जैमिनी बिल्डर ने सभी आरोपों को निराधार बताया।
- उनका कहना है कि परियोजना में सभी मानकों का पालन किया जा रहा है।
- एमडीडीए ने सड़क निर्माण के लिए 6 महीने का समय दिया है, और यह कार्य जल्द शुरू होगा।
विला रेजिडेंट्स का संघर्ष
सेरेन ग्रीन्स विला रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य लंबे समय से इस परियोजना की अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
- ग्रीन एरिया का अतिक्रमण।
- मार्ग की चौड़ाई को बढ़ाने के लिए ग्रीन एरिया की खुदाई।
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य सुविधाओं में धोखाधड़ी।
मार्गों की वास्तविक स्थिति बनाम नक्शा
मार्ग का विवरण | मानचित्र में चौड़ाई (मीटर) | स्थल पर वास्तविक चौड़ाई (मीटर) |
---|---|---|
मुख्य प्रवेश मार्ग | 15 | 15 |
प्लॉट 15 के दाईं ओर | 12 | 09 |
प्लॉट 38 और 39 के मध्य | 12 | 09 |
प्लॉट 55 और 56 के मध्य | 12 | 09 |
प्लॉट 39 और 55 के मध्य | 12 | 09 |
प्लॉट 47 और 46A के मध्य | 12 | 09 |
प्लॉट 26 और ग्रीन बेल्ट के मध्य | 12 | 7.5 |
प्लॉट 27 और ग्रीन बेल्ट के मध्य | 7.5 | 7.5 |
सवाल और चुनौतियां
- एमडीडीए की निष्क्रियता:
- नक्शा पास में हुई अनियमितताओं पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
- बिल्डर और अधिकारियों की मिलीभगत:
- क्या जांच के बाद जिम्मेदार अधिकारियों और बिल्डर पर कड़ी कार्रवाई होगी?
- रेरा और अन्य प्राधिकरणों की भूमिका:
- रेरा जैसी संस्थाओं की वादा खिलाफी पर अभी तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया?
जैमिनी बिल्डर की ओकवुड अपार्टमेंट्स परियोजना पर एमडीडीए की जांच ने कई गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया है।
- ग्रीन एरिया और मार्गों पर अतिक्रमण।
- नक्शा पास करने में झूठे तथ्यों का सहारा।
- अधिकारियों और अभियंताओं की मिलीभगत।
अब देखना होगा कि एमडीडीए इस मामले में क्या सख्त कार्रवाई करता है और अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।