जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए सार्क वीजा छूट योजना को रद्द कर दिया है। इस फैसले के तहत भारत में वैध वीजा पर रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। इस निर्णय के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में है पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर, जो अवैध रूप से भारत में रह रही हैं।
कौन हैं सीमा हैदर?
- सीमा हैदर, पाकिस्तान की नागरिक हैं, जो 2023 में नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर आई थीं।
- वह उत्तर प्रदेश के सचिन मीणा से प्रेम कर बैठीं, और भारत आकर उनके साथ रह रही हैं।
- दोनों की मुलाकात PUBG गेम के जरिए हुई थी और इसके बाद प्रेम प्रसंग ने सरहद पार कर ली।
भारत सरकार का नया फैसला क्या है?
- पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि समाप्त कर दी और अटारी बॉर्डर बंद कर दिया है।
- सार्क वीजा छूट योजना समाप्त होने के चलते भारत में वैध वीजा पर रह रहे पाक नागरिकों को 1 मई तक वापस जाना होगा।
- जो लोग अब भी भारत में रह रहे हैं, उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा।
क्या सीमा हैदर को भी देश छोड़ना होगा?
संभावित कारण जो सीमा को रोक सकते हैं:
- अवैध प्रवेश: सीमा हैदर के पास कोई वैध वीजा नहीं है।
- कोर्ट में मामला लंबित: उनका मामला वर्तमान में न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है।
- राज्य सरकार की भूमिका: इस पर अंतिम निर्णय राज्य प्रशासन और केंद्र सरकार की संयुक्त समझ पर आधारित होगा।
जानकारों की राय:
- कानूनी तौर पर, सीमा को निर्वासित किया जा सकता है, क्योंकि उनका भारत में रहना अवैध है।
- लेकिन, चूंकि उनका मामला न्यायिक विचाराधीन है, और मानवाधिकार से जुड़े मुद्दे भी उठ सकते हैं, इसलिए उन्हें तत्काल बाहर भेजा जाना फिलहाल संभव नहीं लग रहा।
सोशल मीडिया पर बहस
सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर दो भागों में बंटा जनमत देखने को मिल रहा है:
- कुछ लोग कह रहे हैं कि “प्यार कानून से ऊपर नहीं हो सकता।”
- वहीं कुछ लोग सीमा और सचिन की लव स्टोरी को समर्थन दे रहे हैं और कह रहे हैं कि “प्यार को सजा क्यों?”
- एक यूजर ने सवाल किया:
“अगर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा रहा है, तो क्या सीमा को भी सचिन के साथ पाकिस्तान लौट जाना चाहिए?”
सरकारी स्तर पर क्या हो सकता है अगला कदम?
- भारत सरकार इस मामले पर कानूनी राय ले सकती है कि अवैध रूप से आए व्यक्ति के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए।
- यदि सीमा को कोर्ट से राहत नहीं मिलती, तो उन्हें निर्वासन (deportation) का सामना करना पड़ सकता है।
- राजनीतिक और कूटनीतिक दबाव के कारण मामला और भी संवेदनशील हो सकता है।
सीमा हैदर का भविष्य इस समय पूरी तरह अनिश्चित है। भारत सरकार के कड़े फैसलों के बीच, उनकी नागरिकता, वैधता और मानवीय पहलुओं पर बहस तेज हो गई है।
- क्या प्यार कूटनीति से ऊपर हो सकता है?
- क्या अवैध प्रेम को भारत में जगह मिलेगी? या कानून की तलवार चलेगी?
इन सवालों का जवाब आगामी न्यायिक निर्णय और सरकार की नीति पर निर्भर करेगा। लेकिन इतना तय है कि सीमा हैदर अब सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं, एक राष्ट्रीय बहस बन चुकी हैं।