शरीर पर जगह जगह खरोंच के निशान थे। कपड़े अस्त-व्यस्त थे। गहने भी गायब थे। पोस्टमार्टम रविवार को किया जाएगा। नामजद रिपोर्ट के लिए तहरीर दी गई है। बीती 17 जून को कुल्छा गांव की धानवती और 30 जून को आनंदपुर की प्रेमवती की हत्या करके शव इसी तरह खेत में फेंके गए थे।
महिला अपने पति के साथ सुबह आठ बजे खेत में मिर्च तोड़ने गई थी। पति वहीं से शाही की साप्ताहिक बाजार चला गया। मिर्च तोड़ने के बाद महिला जानवरों के लिए घास काटने लगी। 11 बजे बेटा खेत पहुंचा। उसने घर ले जाने के लिए घास की गठरी मां के सिर पर रखवा दी।
बेटे ने बताया कि वह वहीं खेत पर रुककर मिर्च तोड़ने लगा। मां घर के लिए चल पड़ी थीं। दोपहर दो बजे घर से बहन का फोन आया कि मां अभी तक नहीं आई हैं। तब चिंता हुई। पिता और परिवार के लोगों को सूचना दी। इसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। शाम चार बजे गांव से 50 मीटर दूर झाड़ियों में उनका शव पड़ा मिला।
घटना के बाद पुलिस ने भीड़ को रोकने के इंतजाम नहीं किए। तीन घंटे बाद फोरेंसिक टीम मौके पहुंची। तब तक लोगों की आवाजाही से मौके पर उपलब्ध साक्ष्य पैरों तले मिटते रहे। टीम भीड़ की वजह से बहुत बारीक साक्ष्य जुटा भी नहीं सकी। खोजी कुत्ता भी इधर उधर घूमकर भटक गया।