डा. मीनाक्षी कात्यायन, पुलिस अधीक्षक, भदोही, द्वारा जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों में नियुक्त महिला बीट अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक आयोजित की गई। यह बैठक पुलिस लाइन स्थित सभागार कक्ष में संपन्न हुई, जिसका उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए “महिला बीट प्रणाली” को सुदृढ़ करना था।
बैठक में “मिशन शक्ति अभियान फेज-5” के तहत महिलाओं और बालिकाओं के सम्मान, सुरक्षा, और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए महिला बीट अधिकारियों को विभिन्न दिशा-निर्देश दिए गए।
महिला बीट प्रणाली के मुख्य उद्देश्य और कर्तव्य
1. महिला बीट का निर्धारण
- सभी थाना क्षेत्रों में महिला बीट का निर्धारण किया गया है, ताकि महिलाओं और बालिकाओं तक सीधा संपर्क स्थापित किया जा सके।
- महिला बीट अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने बीट क्षेत्रों में नियमित भ्रमण करें और महिलाओं से संवाद स्थापित करें।
2. महिलाओं के साथ संवाद और चौपाल आयोजन
- महिला बीट अधिकारी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ग्राम चौपालों का आयोजन करें।
- चौपालों में महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।
- बेसहारा, तलाकशुदा, विधवा और परित्यक्त महिलाओं पर विशेष ध्यान देते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
3. महिलाओं को जागरूक करना
- महिला बीट अधिकारी महिलाओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें, जैसे:
- 112 – आपातकालीन सेवा
- 1090 – महिला शिकायत हेल्पलाइन
- 181 – महिला सहायता नंबर
- 108 – स्वास्थ्य आपातकालीन सेवा
- 1076 – मुख्यमंत्री हेल्पलाइन
- 1098 – बाल सुरक्षा हेल्पलाइन
- रेल यात्रा के दौरान 182 हेल्पलाइन का उपयोग और उसकी महत्वता भी बताई जाए।
4. महिला अपराधों की रोकथाम और शिकायतों का निस्तारण
- यौन शोषण, अवैध शराब की बिक्री, और अन्य महिला अपराधों की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सक्रियता से काम करें।
- पिछले तीन वर्षों में हुए महिला अपराधों की पीड़िताओं से संपर्क कर उनके मामलों की स्थिति की समीक्षा करें और अभियुक्तों के खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही की जाए।
5. महिला बीट प्रणाली को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करना
- महिला बीट प्रणाली के बेहतर संचालन के लिए एक एप विकसित करने के निर्देश दिए गए।
- महिला बीट अधिकारी अपने क्षेत्र की सम्मानित महिलाओं, आशा बहुओं, एएनएम, शिक्षा मित्रों, और समाजसेवी महिलाओं का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर निरंतर संवाद बनाए रखें।
6. सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की पहल
- पंचायत भवन, मिशन शक्ति कक्ष, और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चौपाल आयोजित कर महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाए।
- महिला अपराधों की पीड़िताओं को जागरूक करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
प्रमुख दिशा-निर्देश
- महिला बीट अधिकारी महिलाओं को प्रोत्साहित करें कि वे अपनी समस्याएं और शिकायतें बिना किसी झिझक के साझा करें।
- महिला आरक्षियों को निर्देशित किया गया कि वे नियमित रूप से अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें और महिला संबंधित अपराधों पर नजर रखें।
- महिलाओं और बालिकाओं को उनकी सुरक्षा, अधिकार, और सरकारी सहायता सेवाओं की जानकारी देना।
पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन का बयान
पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने कहा:
“महिला बीट प्रणाली का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, और सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है। महिला बीट अधिकारी अपने क्षेत्रों में नियमित भ्रमण कर न केवल महिलाओं की समस्याओं को सुनेंगी, बल्कि उनका त्वरित समाधान भी सुनिश्चित करेंगी। इससे महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना मजबूत होगी।”
मिशन शक्ति अभियान फेज-5 का महत्व
“मिशन शक्ति अभियान फेज-5” के तहत महिला सशक्तिकरण और उनके कल्याण को लेकर सरकार और पुलिस विभाग की यह पहल महिलाओं के जीवन को सुरक्षित और बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
- महिला बीट प्रणाली के माध्यम से महिलाओं तक सीधा संपर्क स्थापित होगा।
- समस्याओं के समाधान और योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें जागरूक और सशक्त बनाया जाएगा।
- यह पहल महिला अपराधों की रोकथाम और समाज में उनके प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना को और अधिक मजबूत करेगी।
महिला बीट प्रणाली और मिशन शक्ति अभियान के तहत भदोही पुलिस का यह प्रयास महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित होगा। महिला बीट अधिकारियों को दिए गए स्पष्ट दिशा-निर्देश और तकनीकी सहायता के माध्यम से महिलाओं और बालिकाओं की समस्याओं का त्वरित समाधान संभव होगा। यह पहल न केवल महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाएगी, बल्कि उन्हें समाज में एक सशक्त स्थान दिलाने में भी सहायक होगी।