राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर ने राजभवन परिसर में 13 प्रजातियों/रंगों के 3800 ट्यूलिप बल्ब्स का रोपण किया। यह प्रयास प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ जैव विविधता के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।
ट्यूलिप बल्ब रोपण की शुरुआत और सफलता
राजभवन परिसर में ट्यूलिप बल्ब रोपण की परंपरा वर्ष 2015 में शुरू हुई थी। इस समय 200 बल्ब्स को एक प्रयोग के तौर पर लगाया गया था। इसके उत्साहजनक परिणामों ने इस पहल को हर वर्ष जारी रखने की प्रेरणा दी।
- इस वर्ष 13 प्रजातियों के 3800 बल्ब्स लगाए गए हैं।
- ट्यूलिप पुष्प वसंतोत्सव 2025 के दौरान फूलेंगे और आगंतुकों को अपनी सुंदरता से आकर्षित करेंगे।
वसंतोत्सव: प्रकृति और नवाचार का संगम
राजभवन में आयोजित वसंतोत्सव हर वर्ष बागवानी और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक बनता है।
- इस बार वसंतोत्सव में 76 प्रजातियों के विभिन्न पुष्प प्रदर्शन के लिए तैयार किए गए हैं।
- ट्यूलिप की विविधता हमेशा से इस उत्सव का मुख्य आकर्षण रही है।
राज्यपाल ने वसंतोत्सव को बागवानी में नवाचार और प्राकृतिक सौंदर्य का संवर्द्धन बताते हुए इसे व्यावसायिक स्तर पर लागू करने पर भी जोर दिया।
राजभवन में जैव विविधता का संवर्द्धन
राज्यपाल ने ट्यूलिप बल्ब रोपण को जैव विविधता बढ़ाने का महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने उद्यान विभाग की सराहना करते हुए कहा कि राजभवन के ये प्रयास प्राकृतिक सौंदर्य और बागवानी के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ावा देंगे।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित, और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
ट्यूलिप बल्ब रोपण और वसंतोत्सव जैसे आयोजन न केवल प्रकृति के प्रति प्रेम बढ़ाते हैं बल्कि पर्यावरणीय जागरूकता और बागवानी के क्षेत्र में नवाचार को भी प्रोत्साहित करते हैं। इस बार का आयोजन निश्चित रूप से राजभवन के वसंतोत्सव को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।