देव भूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल छात्रों ने बीएलएस ट्रेनिंग के माध्यम से सीखी जीवन रक्षक तकनीकें
रिपोर्ट: आकाश
देव भूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल विभाग के छात्रों ने जॉलीग्रांट सिमुलेशन लैब में बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) की ट्रेनिंग प्राप्त की। इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य छात्रों को आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन बचाने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करना था।
प्रशिक्षण का संचालन डॉ. राजेश कुमार द्वारा किया गया, जिन्होंने छात्रों को कार्डियापुल्मोनरी रिससिटेशन (CPR), ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) के प्रयोग, और अन्य महत्वपूर्ण जीवन-रक्षक तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
सत्र के दौरान छात्रों को सिमुलेशन लैब में प्रायोगिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिला, जिससे वे वास्तविक आपातकालीन स्थितियों में अधिक कुशलता और आत्मविश्वास के साथ कार्य करने के लिए तैयार हो सके।
डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि, “बीएलएस ट्रेनिंग स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह न केवल मरीजों की जान बचाने में मदद करती है, बल्कि छात्रों को त्वरित और सटीक निर्णय लेने की क्षमता भी प्रदान करती है।”
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाते हैं और उन्हें भविष्य के स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं
