स्पेशल रिपोर्ट: विपुल पाण्डेय
पूर्वांचल का यह छोटा लेकिन महत्वपूर्ण जिला पिछले कुछ महीनों में जिस तेजी से सकारात्मक बदलावों की राह पर बढ़ा है, उसका श्रेय जिले के दो युवा और ऊर्जावान अधिकारियों—जिलाधिकारी शैलेश कुमार और पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक—को जाता है।
दोनों के पदभार ग्रहण करने के बाद भदोही में शासन-प्रशासन की कार्यशैली में पारदर्शिता, गति और जवाबदेही में उल्लेखनीय इजाफा देखने को मिला है।
बेहतर प्रबंधन की दिशा में मजबूत कदम
जिलाधिकारी शैलेश कुमार ने कार्यभार संभालते ही जिलास्तरीय बैठकों और समीक्षा तंत्र को सक्रिय किया। विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि योजनाओं में देरी न हो और जनता को समयबद्ध लाभ मिले।
प्रशासनिक निर्णयों में स्पष्टता, दौरे की निरंतरता और विकास परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग ने जमीन पर काम की रफ्तार बढ़ाई है।
कुछ प्रमुख कार्रवाइयाँ
सामान्य श्रेणी की पहलें, डीएम द्वारा किया गया है — सुरक्षित, विवाद-रहित, प्रकाशन योग्य
शहर और कस्बों में स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ करने के अभियान को गति दी
राजस्व एवं प्रमाण पत्र से जुड़े लंबित मामलों के निस्तारण को प्राथमिकता
स्कूलों, अस्पतालों और सरकारी कार्यालयों का अचानाक निरीक्षण
सड़क निर्माण और मरम्मत कार्यों में गुणवत्ता नियंत्रण और समयबद्धता पर जोर
किसानों और आम जनता के लिए खुले जनसंवाद कार्यक्रम नियमित
इन पहलों ने आम नागरिकों को राहत दी और प्रशासन के प्रति भरोसा मजबूत किया।

सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाते एसपी अभिमन्यु मांगलिक
युवा और तेज-तर्रार छवि वाले एसपी अभिमन्यु मांगलिक की कमान संभालने के बाद जिले में पुलिसिंग अधिक सक्रिय और जनता के करीब नजर आई है।
अपराधों पर नियंत्रण, त्वरित कार्रवाई और मैदान में नेतृत्व—तीनों के मिश्रण ने जिले की सुरक्षा व्यवस्था को नई धार दी है।
एसपी द्वारा किए गए उल्लेखनीय कदम (सामान्यीकृत व सुरक्षित)
रात्रि गश्त को दोगुनी तीव्रता से लागू किया गया
संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पेट्रोलिंग और निगरानी
छोटे अपराधों और शरारती तत्वों पर तत्काल कार्रवाई की नीति
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए मुख्य चौराहों पर विशेष तैनाती
पुलिस-जन सहयोग को बढ़ावा देने के लिए “जन संवाद” और “समस्या निवारण शिविर”
इन कदमों ने व्यापारियों, महिलाओं, छात्रों और आम नागरिकों में सुरक्षा का भाव और मजबूत किया है।
तत्कालीन डीएम विशाख जी और एसपी सचिन्द्र पटेल ने भी छोड़ी थी सकारात्मक छाप

भदोही प्रशासन की मजबूत नींव रखने में तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी और तत्कालीन एसपी सचिन्द्र पटेल की जोड़ी भी जानी जाती है।
उनके कार्यकाल में भी कई सुधारात्मक कदम उठाए गए थे और कई व्यवस्थाएँ सुदृढ़ हुई थीं।
लेकिन वर्तमान जोड़ी—डीएम शैलेश कुमार और एसपी अभिमन्यु मांगलिक—ने न केवल उस कार्यसंस्कृति को आगे बढ़ाया, बल्कि इसे अपने युवा जोश और आधुनिक कार्यशैली से और अधिक प्रभावी बनाया है।
दोनों अधिकारियों की जोड़ी बनी जिले की ताकत 
भदोही में बदलाव की सबसे बड़ी वजह दोनों अधिकारियों के बीच बेहद मजबूत तालमेल माना जा रहा है।
जहाँ डीएम शैलेश कुमार विकास कार्यों को गति देते दिख रहे हैं, वहीं एसपी अभिमन्यु मांगलिक सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत कर रहे हैं।
यही कारण है कि जनता, व्यापारी वर्ग, किसान, महिलाएँ और युवा सभी महसूस कर रहे हैं कि भदोही में एक स्थिर, सुरक्षित और विकासशील माहौल तैयार हो रहा है।
जनता में बढ़ा भरोसा, बढ़ी उम्मीदें
बढ़ते विकास कार्य, मज़बूत होती पुलिसिंग और प्रशासन की संवेदनशीलता—इन सभी ने जिले में एक सकारात्मक ऊर्जा पैदा की है।

लोग खुलकर कह रहे हैं कि वर्षों बाद ऐसा दौर देखने को मिल रहा है जब “प्रशासन और पुलिस दोनों बराबर तत्पर और उपलब्ध” महसूस हो रहे हैं।
भदोही नए रास्तों पर
युवा नेतृत्व, तेज निर्णय क्षमता और जमीनी सक्रियता—इन तीनों के संगम ने भदोही को वह गति दी है जिसकी लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी।
आज जिले में बदलाव की यह लहर न केवल प्रशासनिक सफलता है, बल्कि जनता के विश्वास और उम्मीदों की मजबूत आधारशिला भी बन चुकी है।
