काशीपुर : उत्तराखंड प्रदेश में एक ओर जहां मानसून के अलर्ट के बाद प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन आपदा के खतरों से निपटने को कई तरह की योजना और कार्यवाही को अमलीजामा पहनाने में व्यस्त है
तो वही काशीपुर नगर निगम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही अभी भी साफ नजर आ रही है। बरसात के मौसम में भी शहर की सड़को पर जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे हुए है इससे जहां लोगों का जीना दूभर हो चुका है तो वही बारिश के चलते सड़को का यही कूड़ा पानी के बहाव से शहर के बीच गुजरने वाली नहरों और नालियों में समा जाता है जिससे थोड़ी बरसात से ही काशीपुर तालाब का रूप अख्तियार कर जाता है।
काशीपुर की दुर्दशा बयां करती यह तस्वीरे नगर निगम और उपजिला प्रशासन की पोल खोलती हुई साफ नजर आ रही हैं, बीते दिनों बारिश के दौरान डूबते काशीपुर की जो तस्वीरे आपने देखी थी जिससे जहां स्थानीय लोगो के साथ साथ यात्रियों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ा था उसका एक बड़ा कारण यह कूड़ा भी है यह हम ही नही कह रहे खुद नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त भी मानते है इसके साथ ही शहर की इस गंदगी और सड़को पर पड़े कूड़े का ठीकरा जनता के सर फोड़ते हुए जिम्मेदार ठहरा कर इतिश्री कर पल्ला झाड़ लिया।
जबकी स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन को कोसते हुए कहा है कि शहर की सड़कों और गलियों में गंदगी के अंबार के चलते बच्चे बीमार पड़ने लगे हैं लेकिन प्रशासन कुंभकर्ण की नींद से नही जाग रहा। इस संबंध में नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त यशवीर सिंह राठी का यह भी कहना है कि नगर निगम प्रशासन लगातार साफ-सफाई की व्यवस्था कर रहा है लेकिन मशीनरी है कभी कभार देर सबेर हो ही जाती है।