देहरादून: उत्तराखंड में 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में हुए दंगों के बाद इंडिया गठबंधन के सदस्य दलों ने राज्य सरकार की निष्क्रियता और पक्षपातपूर्ण रवैये पर चिंता व्यक्त की है। गठबंधन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की मांग की है।
दंगे के बाद की स्थिति और गठबंधन का आरोप
- घटना का विवरण:
24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में एक शादी समारोह के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 27 लोग घायल हुए, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। पुलिस पर पथराव किया गया और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। - कानूनी कार्रवाई में ढिलाई:
इंडिया गठबंधन ने आरोप लगाया है कि सरकार ने दंगा फैलाने वाले प्रमुख लोगों के नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किए हैं। इसके अलावा, इन पर गंभीर धाराएं भी नहीं लगाई गईं। - आगामी “महापंचायत” पर चिंता:
गठबंधन ने चेतावनी दी है कि उत्तरकाशी में आगामी “महापंचायत” हिंसा और नफरती भाषण को फिर से भड़का सकती है।
प्रशासनिक अधिकारियों के स्थानांतरण पर सवाल
गठबंधन ने उत्तरकाशी के एडीएम और पुलिस उपाधीक्षक को हटाए जाने को “सांप्रदायिक और जातीय पूर्वाग्रह” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम सांप्रदायिक तत्वों का मनोबल बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
कीर्तिनगर और अन्य घटनाओं का जिक्र
- कीर्तिनगर में सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं पर नाबालिग लड़कियों के अपहरण और सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया गया।
- अन्य घटनाओं में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के प्रयासों का भी जिक्र किया गया।
101 सेवानिवृत्त नौकरशाहों का खुला पत्र
28 अक्टूबर को, 101 वरिष्ठ सेवानिवृत्त नौकरशाहों ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर उत्तराखंड में बढ़ती हिंसक घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने आग्रह किया कि इन घटनाओं में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए और इस प्रकार के सांप्रदायिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाए।
गठबंधन की मांगें
- दंगों के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई:
गठबंधन ने 24 अक्टूबर की घटना में जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्यवाही की मांग की। - सांप्रदायिक कार्यक्रमों पर रोक:
हिंसक और नफरती अभियानों को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों पर तुरंत प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया गया। - हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना:
गठबंधन ने राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।
इंडिया गठबंधन ने उत्तराखंड को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली और श्रीदेव सुमन जैसे नायकों की धरती बताते हुए कहा कि यहां सांप्रदायिक राजनीति और नफरती अभियानों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से निष्पक्षता और दृढ़ता से काम करने की अपील की है ताकि प्रदेश की शांति और एकता बनी रहे।
गठबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को भेजा गया पत्र, जिसमें कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, आम आदमी पार्टी और अन्य दलों के नेताओं के हस्ताक्षर शामिल हैं।