उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने 23 नवंबर 2024 को देहरादून जू (मालसी) में बाघ बाड़े का विधिवत उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के दौरान बाघों को पर्यटकों के लिए अवलोकनार्थ खोला गया। उद्घाटन समारोह में विधायक रामनगर दिवान सिंह बिष्ट, विधायक सल्ट महेश जीना, एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
बाघ बाड़े का निर्माण और उद्घाटन
इस बाघ बाड़े का निर्माण केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) की अनुमति से किया गया है। बाड़े का क्षेत्र 20 हेक्टेयर सफारी क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें दो नर बाघ रखे गए हैं।
- बाघों का विवरण:
- प्रथम बाघ: उम्र लगभग 6 वर्ष 9 माह
- द्वितीय बाघ: उम्र लगभग 4 वर्ष 9 माह
इन बाघों को विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के ढेला रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था। 26 फरवरी 2024 को मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के निर्देश पर इन्हें देहरादून जू लाया गया।
बाघ बाड़े का निर्माण सभी प्राकृतिक और संरचनात्मक मानकों के अनुरूप किया गया है, जिससे पर्यटकों को सुरक्षित और रोमांचक अनुभव प्रदान किया जा सके।
उत्तराखंड में बाघों की स्थिति
उत्तराखंड राज्य, बाघों की संख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर है। देहरादून जू में बाघ बाड़े का उद्घाटन न केवल वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देगा बल्कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेगा।
- राज्य में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, और इस बाड़े के माध्यम से अब वे देहरादून जू में बाघों का अवलोकन कर सकेंगे।
- इससे राज्य की पर्यटन आय और जन जागरूकता में वृद्धि होगी।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
- माननीय वन मंत्री ने बाघ बाड़े का उद्घाटन करने से पहले विधिवत पूजा-अर्चना की।
- उन्होंने टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन फॉर सीटीआर (कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व) की 10वीं शासी निकाय की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में वर्ष 2025 में होने वाले सालाना वन खेल आयोजन की रूपरेखा पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अधिकारी
कार्यक्रम में कई प्रमुख अधिकारी और वन संरक्षक उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं:
- प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण: आर.के. सुधांशु
- प्रमुख वन संरक्षक (HoFF): डॉ. धनंजय मोहन
- प्रमुख वन्यजीव प्रतिपालक: रंजन कुमार मिश्र
- अपर प्रमुख वन संरक्षक: विवेक पांडे, कपिल लाल, नरेश कुमार
- वन संरक्षक: राजीव धीमान, कहकशां नसीम
- निदेशक राजाजी राष्ट्रीय उद्यान: डॉ. कोको रोसे
- निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व: साकेत बड़ोला
कार्यक्रम का समापन निदेशक देहरादून जू और डीएफओ नीरज कुमार द्वारा गणमान्य अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नया कदम
बाघ बाड़े का उद्घाटन उत्तराखंड सरकार द्वारा वन्यजीव संरक्षण और जन जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। यह देहरादून को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ वन्यजीवों के प्रति लोगों के लगाव को प्रोत्साहित करेगा।
आगे की योजनाएं:
- वर्ष 2025 में वन खेल आयोजन के माध्यम से वन विभाग की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
- टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन के तहत बाघों के संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को और सुदृढ़ किया जाएगा।
देहरादून जू में बाघ बाड़े का उद्घाटन न केवल पर्यटकों के लिए रोमांचक है, बल्कि यह उत्तराखंड के वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन क्षेत्र में एक मील का पत्थर भी साबित होगा।