रिपोर्ट: आकाश
अस्पताल में सोमवार को फायर सेफ्टी ऑडिट के दौरान कई खामियां मिलीं। दमकल विभाग की टीम ने फायर वाटर पंप को शुरू किया तो उसकी बैटरी ही नहीं चली। चार अग्निशमन यंत्र खराब मिले। लापरवाही पर वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी किशोर उपाध्याय ने अधिकारियों को फटकार लगाई।
दून अस्पताल की ओर से फायर सेफ्टी के लिए बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, लेकिन दमकल विभाग के अधिकारी जब इसकी हकीकत जानने पहुंचे तो तैयारियों की एक-एक कर सभी परतें खुल गईं। फायर वाटर शुरू करने के लिए कहा तो उसकी बैटरी ही नहीं चली। इससे यह पता चलता है कि लंबे समय से फायर सेफ्टी का रिहर्सल नहीं किया गया था। यह सब तब सामने आया है, जब हाल ही में भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पूरे देश में सुरक्षा मॉक ड्रिल की गई है। ऐसे में दून अस्पताल का फायर सेफ्टी सिस्टम फेल होना कई सवाल खड़े कर रहा है। पिछले वर्ष अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में आग लगी थी। इसमें काफी नुकसान हुआ था। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है। वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी किशोर उपाध्याय ने बताया कि अस्पताल में फायर सेफ्टी ऑडिट के दौरान मिली खामियों को जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि बुधवार को एक बार फिर से अस्पताल पहुंचकर इसकी समीक्षा करेंगे।