आदिपुरुष जैसी फिल्में हिंदुओं की सहिष्णुता का दुरुपयोग, यह किसी भी रूप में उचित नहीं:पुरी शंकराचार्य
प्रयागराज:पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा है कि आदि पुरूष जैसी फिल्में हिन्दुओं की सहिष्णुता का दुरूपयोग हैं। कहा कि अगर दूसरे धर्मों को लेकर इस तरह का सिनेमा बने तो समझा जा सकता है कि क्या स्थिति पूरे देश में उत्पन्न होगी। कहा कि यह किसी भी रूप में उचित नहीं है। पुरी शंकराचार्य ने ये बातें शनिवार को अपने नई झूंसी स्थित शिवगंगा आश्रम में पत्रकारों के सवाल के दौरान कहीं।
पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी महाराज ने आगे कहा कि इस तरह की फिल्मों के बनने पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए। कहा कि अगर हिन्दुओं की रक्षा की सरकार होती तो देश में गो हत्या न होती। हिन्दू धर्माचुत्य नहीं किए जाते। ईसाई नहीं बनाए जाते। कहा कि सेवा के नाम पर राजनेता गरीबी पालते हैं। जनता की गरीबी का लाभ राजनेता लेते हैं। इसलिए मैंने कहा है कि हर हिन्दू परिवार से रोज एक घंटा और एक रुपये निकलना चाहिए।फिर अपने को हर प्रकार से व्यवस्थित करने में उसी पैसे और समय का उपयोग हो। इससे ही हिन्दुओं की 80 प्रतिशत समस्या का समाधान हो जाएगा।